कुरुक्षेत्र:अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव 2020 में आने वाले पर्यटकों ने इस महोत्सव को एक अलग पहचान देने का काम किया है. इस महोत्सव की भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में जोरदार प्रशंसा की जा रही है. वहीं इस ऐतिहासिक महोत्सव के शिल्प मेले में देश के कोने-कोने से आए शिल्पकार और विभिन्न राज्यों से आए लोक कलाकार भी गदगद नजर आए.
महोत्सव में शिल्पकारों और कलाकारों ने समां बांधा
अहम पहलू ये है कि अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव के दौरान सरस्वती का घाट शिल्पकला व लोक कलाकारों की संस्कृति के संगम से सराबोर हो गया. महोत्सव स्थल पर जगह-जगह बीन और नगाड़े बजते सुनाई दिए. वहां से गुजरने वाले युवक-युवतियां कलाकारों के साथ थिरकने को मजबूर हो उठे.
अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव का विधिवत तरीके से हुआ समापन, देखें वीडियो ये भी पढ़ें- फरीदाबाद: शुरू होने जा रहा है सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला, राष्ट्रपति करेंगे उद्घाटन
सरस्वती घाट पर हुई महाआरती
अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव के समापन अवसर पर सरस्वती तीर्थ के तट पर प्रशासन की तरफ से महाआरती का आयोजन किया गया और विधिवत तरीके से इस सरस्वती महोत्सव का समापन किया गया.
वहीं इस सरस्वती महोत्सव में पहुंचे भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने लोगों को बसंत पंचमी की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि आदिबद्री से सरस्वती नदी का उदगम हुआ और समय के साथ-साथ सरस्वती नदी लुप्त हो गई.
'सरस्वती नदी को बचाने के लिए किए जा रहे कार्य'
उन्होंने कहा कि इस लुप्त सरस्वती नदी को फिर से धरातल पर लाने के लिए सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड की तरफ से प्रयास किए जा रहे हैं. वेदों के अनुसार गंगा नदी से भी ज्यादा सरस्वती नदी को पवित्र माना गया है.
इस नदी की पवित्रता को देखते हुए सरकार इस नदी को दोबारा धरातल पर लाने के बहुत बडे प्रोजेक्ट पर कार्य कर रही है और ये हरियाणा सरकार का एक बहुत बड़ा प्रयास है.