कुरुक्षेत्र: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar lal Khattar) और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om birla) ने शनिवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम हॉल में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय व केडीबी के संयुक्त तत्वावधान में 75वें आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में श्रीमद्भगवद्गीता के परिप्रेक्ष्य में विश्व गुरु भारत विषय पर आयोजित छठी अंतर्राष्ट्रीय विचार गोष्ठी का दीप प्रज्ज्वलित कर (Gita Jayanti Mahotsav 2021) कार्यक्रम का शुभारंभ किया व सेमिनार की रिपोर्ट का विमोचन भी किया गया.
इस दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अब विद्यालयों में भी छात्र गीता का अध्ययन करेंगे. अगले शैक्षणिक स्तर से प्रदेशभर के विद्यालयों में छात्रों से श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों का उच्चारण करवाया जाएगा. इसके बाद पुस्तकों को लिखवाकर 5वीं व छठी कक्षा में पढ़ाया जाएगा. इस कार्यक्रम में 30 नए तीर्थों को जो चिन्हित किया गया है उसकी पीपीटी भी दिखाई गई. इस कार्यक्रम में प्रदेश भर से आए 75 स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिजनों को सम्मानित किया.
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इस सभागार में सभी ने खड़े होकर इन स्वतंत्रता सेनानियों को मान सम्मान दिया. इस सेमिनार में 48 कोस के 164 तीर्थों के प्रतिनिधि भी शामिल थे. इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अगले शैक्षणिक स्तर से प्रदेशभर के विद्यालयों में छात्रों से श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों का उच्चारण करवाया जाएगा. गीता किसी विशेष वर्ग के लिए नहीं यह विश्वव्यापी सार है. समाज में जितने विवाद, बुराई, ईर्ष्या, द्वेष, विश्व की कोई भी समस्या का समाधान गीता में है. सुखी जीवन जीने के लिए गीता को जीवन में अपनाना चाहिए.