कुरुक्षेत्र: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चुनाव से पहले बड़ी घोषणा करते हुए हरियाणा में पाल गडरिया समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करने की घोषणा की. इस फैसले पर आभार जताने के लिए पाल गडरिया समाज ने राज्यमंत्री कृष्ण बेदी से मुलाकात की और उनका धन्यवाद किया.
कृष्ण बेदी से मिला पाल गडरिया समाज
इस मौके पर राज्यमंत्री कृष्ण बेदी ने कहा कि समाज की कई सालों से लंबित मांग को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूरा कर समाज को मुख्य धारा में जोड़ने का काम किया है. मुख्यमंत्री सबका साथ, सबका विकास के नारे के तहत सबको साथ लेकर चलने वाले व्यक्ति हैं.
जताया सरकार का आभार
पाल गडरिया समाज के प्रदेश अध्यक्ष संजय पाल ने बताया कि पाल गडरिया समाज पिछले कई सालों से अनुसूचित जाति में शामिल होने की मांग कर रहा था. जिसे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूरा कर दिया है. इनके लिए समाज उनका धन्यवाद करता है.
पाल गडरिया समाज अनुसूचित जाति में शामिल सालों पुरानी मांग को किया पूरा
बता दें कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा पाल गडरिया समुदाय को पिछड़ा वर्ग से निकाल कर अनुसूचित जाति में शामिल कर बड़ा दांव चला है. पाल गडरिया समुदाय के लोग काफी लंबे समय से अनुसूचित जाति में शामिल किए जाने की मांग कर रहे थे. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 2016 में अहिल्या बाई होल्कर जयंती पर पाल गडरिया समाज को एससी में शामिल करने का वादा किया था, जिसे अब अमलीजामा पहनाया है.
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सीएम ने चला बड़ा दांव
हरियाणा में पाल गडरिया जाति की आबादी करीब 20 लाख मानी जाती है. प्रदेश की सियासत में इस समुदाय को कोई खास तवज्जो नहीं मिली है. इतना ही नहीं पाल गडरिया समाज से कोई सांसद या विधायक नहीं बन सका है. ऐसे में खट्टर सरकार ने उनकी काफी पुरानी मांग को पूरा करके अपने राजनीतिक समीकरण को दुरुस्त करने का दांव चला है.