कुरुक्षेत्र: गीता जयंती समारोह में बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि गीता केवल धार्मिक ग्रंथ ही नहीं बल्कि जीवन जीने की शैली है. जो मानवता को कर्म करने का संदेश देती है. हम सबकों इस ग्रंथ से प्रेरणा लेनी चाहिए.
गीता जयंती समारोह में जेपी नड्डा ने शिरकत की
जेपी नड्डा ने प्रदेशवासियों को 5156वीं गीता जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज से ठीक 5155 साल पहले कुरुक्षेत्र की धरा पर भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को ही नहीं पूरी मानवता को कर्म करने का संदेश दिया. ये भारत की समृद्धि का प्रतीक है और गीता के उपदेश हर समय और हर काम के लिए प्रासंगिक है. ये ग्रंथ केवल धर्मग्रंथ ही नहीं है अपितु जीवन जीने की शैली है, इससे हम सबको प्रेरणा लेनी चाहिए.
'हम सबको गीता से सीखने की जरूरत'
उन्होंने कहा कि आजादी से पहले लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, राम बिस्मिल, महात्मा गांधी ने गीता का अध्ययन किया और महात्मा गांधी ने पवित्र ग्रंथ गीता का अंग्रेजी अनुवाद किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अग्रेंजी अनुवाद वाली पवित्र ग्रंथ गीता को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा, जापान के प्रधानमंत्री और जापान के सम्राट को भेंट की है. इतना ही नहीं पवित्र ग्रंथ गीता का संदेश भारत की भूमि से पूरी दुनिया को मिल रहा है.