कुरुक्षेत्र:शाहबाद के रतनगढ़ गांव पर किसानों के समर्थन में चल रहा क्रमिक अनशन 16वें दिन में प्रवेश कर गया. पिछले 16 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे किसान नरेंद्र सिंह चीमा को कई सामाजिक लोगों का समर्थन मिल चुका है. वहीं गांव किशनगढ़ की समाजसेवी मनजीत कौर ने भी अपना समर्थन नरेंद्र सिंह चीमा को दिया है.
चीमा को अपना समर्थन देने पहुंचीं समाजसेवी मनजीत कौर ने भूख हड़ताल पर बैठे किसान के हौंसले बुलंद करते हुए कहा कि उनका ये प्रयास विफल नहीं जाएगा. सरकार की किसानों की मांगों के आगे झुकना ही पड़ेगा. सरकार को ये तीन कृषि कानूनों को रद्द करना ही पड़ेगा.
कृषि कानूनों के विरोध में किसान की भूख हड़ताल 16वें दिन भी जारी मीडिया से बात करते हुए मनजीत कौर ने कहा कि दिल्ली के बॉर्डरों पर इतनी कड़कती ठंड में किसान, बुजुर्ग और महिलाएं पिछले 2 महीनों से बैठे हैं, लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही. उन्होंने कहा कि कितने ही किसान इन आंदोलन में अपनी जान तक गवां चुके हैं. सरकार भी सुन ले इस बार किसान पीछे हटने वाला नहीं है.
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बता दें कि किसान नरेंद्र सिंह चीमा किसान आंदोलन के समर्थन और कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे हैं. वो रोजाना आधा घंटा अपनी भूख हड़ताल में बढ़ा रहा हैं. ऐसा करते हुए उनकी हड़ताल अब 13 घंटों की हो गई है.