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खेती में लेजर लैंड लेवलर मशीन के इस्तेमाल से कम लागत में ज्यादा मुनाफा, हरियाणा सरकार दे रही भारी अनुदान - हरियाणा कृषि की खबर

खेती में बढ़ते तकनीकी प्रयोग ने किसानों समस्या को कम कर दिया है. उन्नत मशीनों के इस्तेमल से किसान कम लागत में ज्यादा मुनाफा ले सकते हैं. हरियाणा सरकार आधुनिक मशीनों के इस्तेमाल पर सब्सिडी और अनुनदान भी देती है. हरियाणा में लेजर लैंड लेवलर मशीन (Laser Land Leveler Machine) भी इन दिनों काफी उपयोगी हो गई है. इस मशीन से फसल की सिंचाई लागत में कमी आई है और पैदावार भी बढ़ी है. आइये आपको बताते हैं कि लेजर लैंड लेवलर मशीन पर सरकार कितना और कैसे अनुदान देती है.

Farming with land leveler machine in Haryana
Farming with land leveler machine in Haryana

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Published : May 29, 2023, 1:49 PM IST

Updated : May 29, 2023, 2:11 PM IST

लेजर लैंड लेवलर मशीन से कम लागत में ज्यादा मुनाफा हो रहा है.

करनाल: तकनीक के इस्तेमाल ने खेती को उन्नत और मुनाफे का धंधा बनाने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है. मशीनों का इस्तेमाल करके किसान अपनी फसल की पैदावार और खेत को बेहतर बना सकते हैं. आज के समय सबसे बड़ी चुनौती फसल की पारंपरिक सिंचाई हो गई है. घटता भूजल स्तर चिंता का विषय बन चुका है. इसलिए कई ऐसी मशीनें इजाद की गई हैं जिनके इस्तेमाल से पैदावार भी बेहतर होती है और पानी की बचत भी. इन्हीं में से एक मशीन है लेजर लैंड लेवलर मशीन. लेजर लैंड लेवलर मशीन का खेती में इस्तेमाल मुनाफे का सौदा साबित हो रहा है.

लेजर लैंड लेवलर मशीन क्या है- किसान पहले अपने खेतों को समतल करने के लिए साधारण लेवलर मशीन का प्रयोग करते थे. इसमें उनका ईंधन भी काफी खर्च होता था और खेत अच्छे से समतल भी नहीं होते थे. इसको ध्यान में रखते हुए कृषि विभाग के एक्सपर्ट द्वारा इस कंप्यूटराइज मशीन को तैयार किया गया है. लेजर लैंड लेवलर मशीन कंप्यूटराइज लेजर ट्रांसमीटर, लेजर रिसीवर, विद्युत नियंत्रण पैनल जुड़ा हाईड्रोलिक नियंत्रण वाल्व, दो पहिये और समतल करने वाले बकेट से मिलकर बना होता है. रिसीवर से प्राप्त होने वाले सिग्नल को ट्रैक्टर पर लगे कंट्रोल पैनल ग्रहण करके हाइड्रोलिक कंट्रोल बल्ब को खोलती एवं बंद करती है. इसमें एक बार सेट करने पर मशीन अपने आप ऊंची जंगह से मिट्टी उठाकर नीचे जगहों पर गिरा देती है.

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लेजर लैंड लेवलर मशीन के फायदे- करनाल जिला कृषि यंत्र विभाग के प्रमुख डॉक्टर सज्जन कुमार बताया कि लेजर लैंड लेवलर मौजूदा समय में कृषि के लिए बहुत ही अच्छा यंत्र साबित हो रहा है. इसके प्रयोग से किसान अपने ऊबड़-खाबड़ खेत की जमीन को समतल करते हैं. पूरे खेत का लेवल बराबर होने से 30 से 35 प्रतिशत सिंचाई पानी की बचत होती है. फसल को बराबर पानी मिलने से पैदावार में भी बढ़ोतरी भी होती है. ऐसे में पानी की लागत भी कम होती है और खेत की भूमि समतल होने के चलते फसल मरने का खतरा कम होता है. वहीं किसानों की लगने वाली मजदूरी भी कम होती है.

लैंड लेवलर मशीन पर हरियाणा सरकार अनुदान देती है.

लेजर लैंड लेवलर पर सरकार दे रही अनुदान- सज्जन कुमार ने बताया कि खेती को और बेहतर करने के लिए सरकार कृषि यंत्रों पर अनुदान दे रही है. लेजर लैंड लेवलर मशीन पर भी कृषि विभाग हरियाणा सरकार के निर्देशानुसार 40 से 50 प्रतिशत अनुदान दे रहा है. लेजर लैंड लेबलर की कीमत करीब 3 लाख से 3 लाख 50 हजार रुपये तक होती है. अगर कोई किसान व्यक्तिगत रूप से मशीन खरीदता है तो उसे 40 प्रतिशत तक अनुदान मिलता है. किसान समूह बनाकर लेजर लैंड लेवलर मशीन लेना चाहता है उसको 50 प्रतिशत तक अनुदान मिलता है. एक मशीन पर अधिकतम 1 लाख 50 हजार की अनुदान राशि दी जाती है.

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अनुदान के लिए किसान कैसे करें आवेदन- लेजर लैंड लेवलर पर किसानों को कस्टम हायरिंग सेंटर के द्वारा इस मशीन पर अनुदान दिया जाता है. इसका आवेदन करने के लिए किसान को हरियाणा एग्रीकल्चर डिमार्टमेंट की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होता है. उसके बाद वह अपने मशीन खरीद सकता है. मशीन खरीदने के बाद उसको अपने मशीन का पक्का बिल, आधार कार्ड और कुछ अन्य डॉक्यूमेंट विभाग के अधिकारियों को दिखाने होते हैं. इसके बाद कृषि विभाग के अधिकारी सत्यापन करते हैं. सत्यापन के बाद किसान के खाते में अनुदान की राशि डाल दी जाती है. कस्टम हायरिंग सेंटर में करीब 25 कृषि यंत्रों के लिए एक समय में ही अप्लाई किया जाता है. उसी समय लेजर लैंड लेवलर के लिए भी किसान आवेदन करते हैं.

किराये पर भी उपलब्ध है मशीन- किसान के पास अगर यह मशीन नहीं होती या इतनी महंगी मशीन खरीदने में असमर्थ है, तो कस्टम हायरिंग सेंटर से वो मशीन को किराये पर भी ले सकता है. किसान 600 से 700 रुपये प्रति घंटा के हिसाब से अपने खेत को इस मशीन के द्वारा समतल करवा सकते हैं. 1 एकड़ को समतल करने के लिए करीब 2 घंटे का समय लगता है. कृषि विभाग के अधिकारी कहते हैं कि किसान को हर तीसरे साल अपने खेतों को लेजर लैंड लेवलर मशीन से समतल जरूर करना चाहिए.

लेजर लैंड लेवलर मशीन से सिंचाई की लागत में कमी आती है.

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किराये पर लेने के लिए किसान को 1075 रुपये का चालान देना पड़ता है. किसान कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाकर किराए पर मशीन लेने के लिए अप्लाई कर सकते हैं. किसान को 1075 रुपये में 8 घंटे के लिए लेजर लैंड लेवलर मशीन, एक ड्राइवर और ट्रैक्टर मुहैया करवाया जाता है. ऐसे में किसान को सिर्फ डीजल का पैसा ही वहन करना होता है. जिससे किसानों को इस स्कीम के जरिए 300 से 350 प्रति घंटा के हिसाब से ही पैसा देना पड़ता है. इसके अलावा वो मशीन किराये पर लेकर दूसरे के खेत का काम करके पैसा भी कमा सकता है.

बेरोजगार युवाओं के लिए आमदनी का जरिया- कृषि अधिकारी ने बताया कि मौजूदा समय में बेरोजगारी बहुत बड़ी समस्या है. बेरोजगार युवाओं के लिए लेजर लैंड लेवलर मशीन रोजगार देने का काफी अच्छा जरिया है. जो युवा काम करना चाहता है वो दूसरे किसानों के खेतों में काम करने के लिए किराए पर इस मशीन को लेकर कमाई कर सकता है. इस समय लेजर लैंड लेवलर की डिमांड काफी ज्यादा है. हर किसान अपने खेत को समतल करवाना चाहता है. वह अपनी मशीन से उनके खेत समतल करके अच्छा पैसा कमा सकता है. इस मशीन पर ड्राइवर से अलग दो लोगों की आवश्यकता और होती है ऐसे में वह किसान 2 लोगों को अपने साथ रोजगार पर भी रख सकता है.

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Last Updated : May 29, 2023, 2:11 PM IST

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