हरियाणा: ई टेंडरिंग के विरोध में हरियाणा के सरपंचों का विरोध बढ़ता जा रहा है. वीरवार को करनाल में कई जगहों पर सरपंचों ने बीडीपीओ कार्यालयों पर ताला लगाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इसी के तहत चिड़ाव ब्लॉक के सरपंच चिड़ाव बीड़ीपीओ (Block Development and Panchayat Officer) कार्यालय करनाल में सैकड़ों की संख्या में इक्कठा हुए और कार्यालय पर ताला लगाने पहुंचे. सरपंचों के प्रदर्शन को देखते हुए वहां पुलिस मौके पर पहुंच गई.
जिन्होंने उनको ताला लगाने से रोक दिया. इसके चलते सभी सरपंचों ने कार्यालय के बाहर बैठकर टेंट लगाकर धरना शुरू कर दिया. सरपंचों का कहना है कि ई टेंडरिंग के माध्यम से सरकार पंचायती राज को खत्म करना चाहती है. सरपंच चंद्रभान ने कहा कि सरकार की ई टेंडरिंग नीति सरपंचों के खिलाफ है. जिसका वो विरोध कर रहे हैं. वहीं सरपंचों के लिए जो दो लाख रुपये तक बजट लगाने का फैसला किया गया है. उसका भी वो विरोध कर रहे हैं.
सरपंच चाहते हैं कि उनको 20 लाख से लेकर 25 लाख रुपये तक लगाने की अनुमति दी जाए, ताकि वो अपने गांव में अच्छे से विकास करवा सके. उनका कहना है हरियाणा सरपंच कमेटी का जो भी फैसला होगा. उस आधार पर ही हम आगे आंदोलन को तेज करेंगे. आक्रोशित सरंपचों का कहना है कि 2 लाख की राशि से गांव की कोई भी मांग पूरी नहीं हो सकती है. ऐसे हालात में वे ग्रामीणों की मांगों पर कभी भी खरा नहीं उतर पाएंगे.
ये भी पढ़ें- क्या है ई टेंडरिंग और पंचायत मंत्री की सरपंच को चेतावनी का विवाद? आंदोलन की तैयारी में हरियाणा के सरपंच
उन्होंने सरकार से मांग है कि है कि जल्द से जल्द उनकी मुख्य मांगों को पूरा किया जाए, नहीं तो सरपंचों का धरना प्रदर्शन अनिश्चितकाल के लिए जारी रहेगा. वहीं चिड़ाव थाना प्रभारी ने कहा कि जैसे ही हमें सूचना मिली तो हम मौके पर पहुंचे. हमने सरपंचों को बीडीपीओ कार्यालय में ताला लगाने से रोक दिया, क्योंकि इससे काम प्रभावित होता है. हम सरपंचों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि काम अवरुद्ध करने का प्रयास ना करें. अगर कोई भी सरपंच या कोई अन्य ताला लगाने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.