करनाल के जिला सचिवालय पर प्रदर्शन. करनाल: जिले में फैमिली आईडी में गड़बड़ी का मामला तूल पकड़ते जा रहा है. गरीब लोगों की अधिक आय दिखाने से बड़ी संख्या में राशन कार्ड रद्द हो गए हैं. इसके साथ ही उनकी बुढ़ापा पेंशन भी काट दी गई है, जिसका गरीब लोग विरोध कर रहे हैं. ऐसे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. परेशान महिलाओं ने सोमवार को भी सैकड़ों की संख्या में आम आदमी पार्टी के बैनर तले करनाल जिला सचिवालय पर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और जिला उपायुक्त के जरिए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.
हरियाणा में फैमिली आईडी में गड़बड़ी सामने आई है. जिसमें गरीब लोगों की इनकम ज्यादा दिखाई गई है. जिसके कारण बड़ी संख्या में राशन कार्ड रद्द हो गए और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. मामला बढ़ने पर इस बारे में मुख्यमंत्री को भी अवगत कराया गया, लेकिन फिर भी गरीब लोगों की सुनवाई नहीं हो रही है. महिलाओं का कहना है कि पहले उन्हें गुलाबी राशन कार्ड मिलता था, उसके बाद पीला राशन कार्ड बना दिया.
महिलाओं ने आम आदमी पार्टी के बैनर तले करनाल जिला सचिवालय पर प्रदर्शन किया. पढ़ें:फरीदाबाद नगर निगम की अनदेखी: सड़कों में गड्ढे तो कहीं पानी की समस्या लोगों को कर रही लाचार
अब दोबारा फैमिली आईडी में इनकम ज्यादा दिखाकर उनका यह राशन कार्ड भी काट दिया गया है. जिसके चलते राशन के लिए भी उनको दूसरों पर निर्भर होना पड़ रहा है. प्रदर्शनकारी अधिकांश गरीब लोग हैं, जो छोटी मोटी मजदूरी करके अपनी रोजी रोटी कमा रहे हैं. इनका परिवार बड़ा होने के कारण राशन कार्ड के जरिए इनको राशन मिल जाता था. जिससे किसी तरह इनके परिवार का गुजारा चल रहा था.
वहीं, एक अन्य महिला ने कहा कि उनकी फैमिली आईडी में इनकम ज्यादा दिखाने के चलते उनकी पेंशन भी बंद कर दी गई है. जबकि बुजुर्ग महिला की उम्र 70 वर्ष के करीब है. वह एक गरीब परिवार से संबंध रखती है. इसका कारण उसकी फैमिली आईडी में उसकी आय ढाई लाख रुपए से ज्यादा दिखाई गई है. बुढ़ापा पेंशन नहीं मिलने के चलते बुजुर्ग को दर-दर की ठोकरें खाने पड़ रही हैं.
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लोगों का आरोप है कि जब वे दफ्तरों में अपनी इनकम ठीक करवाने के लिए जाते हैं, तो उन्हें वहां से केवल आश्वासन मिलता है, समस्या का कोई समाधान नहीं होता. वहीं सुषमा ने बताया कि वह बीपीएल राशन कार्ड धारक थी, लेकिन कुछ समय पहले ही उसकी नई फैमिली आईडी बनाई गई. जिसमें उसकी आय 5 लाख से ज्यादा दिखाई गई है. जबकि उनकी इनकम करीब एक लाख रुपए ही है.
ऐसे में सरकार को चाहिए कि दोबारा सर्वे कराकर ईमानदारी से जो बीपीएल कार्ड के हकदार हैं, उनको उनका हक देना चाहिए. इसके साथ ही उनकी फैमिली आईडी में हुई गलतियों को दुरुस्त किया जाना चाहिए. इसी मामले को लेकर सोमवार को महिलाओं ने जिला सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया. उन्होंने जल्द से जल्द उनकी फैमिली आईडी में इनकम को सही किया जाए. जिससे उन्हें सरकार की योजनाओं का उनको लाभ मिल सके. क्योंकि जिस व्यक्ति के फैमिली आईडी में 1 लाख 80 हजार से ज्यादा आय दिखाई गई है, उन सभी परिवारों के गुलाबी व पीले राशन कार्ड काट कर ग्रीन राशन कार्ड बना दिए गए हैं.