करनाल: असंध में मीनाक्षी अस्पताल पर 8 जुलाई को फायरिंग (firing on meenakshi hospital in karnal) हुई थी. इस मामले में पुलिस ने 7 आरोपियों को कोर्ट में पेश किया. जहां से कोर्ट ने 6 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा, जबकि एक आरोपी को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है. जानकारी के अनुसार इस मामले में अब तक पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में दो अन्य आरोपियों का इलाज जींद में चल रहा है.
जींद पुलिस की कार्रवाई पूरी होने पर उन्हें करनाल पुलिस जल्द प्रोडक्शन वारंट पर लाने की बात कर रही है. पुलिस के मुताबिक 9वें आरोपी को 2 दिन का रिमांड मिला है. सोमवार देर रात 9वें आरोपी भगत सिंह उर्फ भगतू को गिरफ्तार किया था. भगत सिंह ने आरोपियों को छिपने के लिए शरण दी थी. पुलिस ने भगत सिंह को आरोपियों को शरण देने के आरोप में ही गिरफ्तार किया था.
बता दें कि 16 और 17 जुलाई की रात पुलिस मुख्य शूटरों को जींद के पिंडारा गांव से काबू करने गई थी. इस दौरान करनाल पुलिस के साथ आरोपियों की मुठभेड़ हो गई थी. आरोपियों की ओर से पुलिस पर तीन फायर किए गए थे. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी आरोपियों पर गोली चलाई थी., जिसमें दोनों आरोपी घायल हो गए थे. उनका इलाज जींद के सरकारी अस्पताल में चल रहा है.
हमले वाले दिन क्या हुआ था?- गौरतलब है कि आठ जुलाई को निजी अस्पताल पर बदमाशों द्वारा ताबड़फोड़ फायरिंग की गई थी. इस फायरिंग में अस्पताल के मरीज और डॉक्टर बाल-बाल बचे थे. बदमाश बुलेट पर सवार होकर आये थे और अस्पताल के बाहर से ताबड़तोड़ फायरिंग करनी शुरू कर दी. बदमाशों ने 10 राउंड से ज्यादा फायरिंग की थी, अचानक गोलियों की आवाज सुनकर अस्पताल में हड़कप मच गया. बदमाश वरादात को अंजाम देने के बाद मौके से फरार होने में कामयाब हो गए थे.