करनाल: जिले में एनओसी और अवैध कॉलोनियों में तोड़फोड़ के नाम पर चल रही पैसे की वसूली के मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. विजिलेंस टीम ने भ्रष्टाचार के एक मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पहले डीटीपी को गिरफ्तार किया फिर सोमवार को करनाल के तहसीलदार राजबक्ष सिंह को गिरफ्तार (karnal tehsildar arrest) किया था. वहीं अगले दिन नगर निगम के SE दीपक किंगर और उसके असिस्टेंट विकास को गिरफ्तार (karnal SE arrest) किया गया था. जिसके बाद से नगर तहसील कार्यालय और पटवारी के दफ्तरों में सन्नाटा पसरा हुआ है. राजस्व अधिकारी और कर्मचारी दफ्तर से नदारद हैं.
पटवारी कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है. कार्यालय में कर्मचारियों की अनुपस्थिति के कारण आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं लोगों ने सरकार से व्यवस्था बनाने की अपील की है. लोगों का कहना है कि घूसखोर तहसीलदार की गिरफ्तारी के बाद से पटवार खाने के सभी कमरों पर ताले लटके हुए हैं और कोई कुछ बताने को तैयार नहीं है. लोगों ने कहा रिश्वतखोरी मामले में विजिलेंस द्वारा बड़े मगरमच्छ पकड़े गए हैं किंतु छोटी मछलियां अभी बाहर हैं जो कि पटवार खाने से नदारद हैं, मुख्यमंत्री इनका भी इलाज करें.