करनाल: आमतौर समाज में गधे को एक ऐसे नैरेटिव के रूप में देखा जाता है, जिसका मतलब या इशारा नेगेटिव चीजों की तरफ होता है. मसलन अगर किसी इंसान ने कोई अप्रिय काम कर दिया, तो उसे गधा करार दे दिया जाता है. इसी तरह अगर कोई बच्चा पढ़ाई में कमजोर है, तो भी उसे बहुत ही आसानी के साथ गधा कहकर संबोधित किया जाता है.
लेकिन हरियाणा के करनाल से एक ऐसी खबर सामने आ रही है, जिसे पढ़कर और देखकर आप भी कहेंगे कि हां वास्तव में गधे के लिए बन चुका लोगों का मनोविज्ञान पूरी तरह से बेमानी है, आधारहीन है. जी हां, दरअसल इस गधे ने समूचे हरियाणा प्रदेश में अपने मालिक का नाम रोशन कराया है. हम बात कर रहे हैं करनाल के गांव जैनपुर साधान स्थित डेरा की. यहां के निवासी अहसान मोहम्मद व उसका बेटा रिजवान पशुपालक हैं. इनके पालतु पशुओं ने पूरे हरियाणा में इनका नाम चमकाने का काम किया हुआ है.
मिली जानकारी के मुताबिक इनका पोइटु नस्ल का डंकी स्टेलियन (नर गधा) राज्य पशुधन प्रदर्शनी में (अश्व जातीय पशु श्रेणी) लगातार दो साल से, हरियाणा राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त कर रहा है. इस बार झज्जर में 21 से 23 दिंसबर को आयोजित 36वीं राज्य पशुधन प्रदर्शनी में डंकी स्टेलियन (नर गधा) व इसी प्रजाति की डंकी मेयर (मादा गधा) ने भी प्रथम स्थान हासिल करने का गौरव हासिल किया है.
पशुपालक अपने घर प्रांगण में ही बरामदा व झोपडियां बनाकर अपने पशुओं को रखता है, इन्होंने कई प्रजाति के गधे, घोड़े, बकरियां व हरियाणा नस्ल की देसी गायें आदि पालतु पशु रखे हुए हैं और परिवार के सदस्य अपने पशुओं की देखभाल व सेवा करते हैं.
आपको बता दें कि 27 से 29 अक्तुबर 2017 को पशु पालन एवं डेरी विभाग, हरियाणा की ओर से झज्जर में स्वर्ण जयंती राज्य पशुधन प्रदर्शनी आयोजित की गई थी, जिसमें वे अपने पोइटु प्रजाति के डंकी स्टेलियन (नर गधा) को लेकर पहुंचे थे. प्रतियोगिता में भाग लेकर अश्व जातीय पशु श्रेणी में उनके इस प्रजाति के पशु ने प्रथम स्थान प्राप्त किया था और झज्जर में दिंसबर 2018 में आयोजित 36वीं राज्य पशुधन प्रदर्शनी में पोइटु प्रजाति के डंकी स्टेलियन (नर गधा) व इसी प्रजाति के डंकी मेयर (मादा गधा) ने प्रथम स्थान प्राप्त करने पर 11000 रूपए का इनाम जीता है.