करनाल: एक तरफ सरकार फसल खरीद की बेहतर व्यवस्था के दावे करती है तो दूसरी तरफ धरातल पर स्थिति दावों से बिल्कुल अलग हैं. करनाल अनाज मंडी में धान खरीद (paddy lifting in karnal grain market) की व्यवस्था चरमराई हुई है. धान खरीद नहीं होने से अनाज मंडी में धान की ढेरियां और बोरियों से मंडी चोक हो चुकी है. ना मंडी के अंदर जाने का रास्ता है और ना ही मंडी से बाहर आने का, क्योंकि रास्ते पर भी आढ़तियों ने धान की ढेरियां और बोरियां लगा रखी हैं.
करनाल अनाज मंडी (karnal grain market) के बाहर सर्विस रोड पर करीब डेढ़ किलोमीटर तक धान से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की कतारें लगी हुई हैं. जिससे ना सिर्फ किसानों को जाम की स्थिति से जूझना पड़ रहा है, बल्कि कई-कई घंटों तक इंतजार भी करना पड़ रहा है. ना तो यहां कोई किसानों की सुनने वाला है और ना ही व्यवस्थाओं को सुधारने वाला. लिहाजा किसानों में प्रशासन के प्रति दिखने को भी मिल रहा है. किसानों की माने तो मंडी में धान की लिफ्टिंग की नहीं हो पा रही है.
दावे फेल! करनाल में धान उठान नहीं होने के चलते दो दिन बंद रहेगी मंडी, क्या लाइन में खड़े रहेंगे किसान? हालात ये हैं कि धान खरीद नहीं होने की वजह से दो दिन के लिए अनाज मंडी बंद (karnal grain market closed for two days) रहेगी. करनाल अनाज मंडी के बिगड़े हालातों को दुरुस्त करने के लिए मंडी को दो दिन के लिए बंद करने का फैसला लिया गया है. जानकारी के अनुसार गुरुवार शाम छह बजे से शनिवार सुबह छह बजे तक मंडी को बंद रखा जाएगा. पांच बजे के बाद किसी भी ट्रैक्टर-ट्रॉली की एंट्री नहीं होगी. दो दिन तक किसी भी धान की ट्रॉली का गेट पास नहीं काटा जाएगा.
धान खरीद नहीं होने से अनाज मंडी में धान की ढेरियां और बोरियों से मंडी चोक हो चुकी है. मंडी प्रशासन की तरफ से राइस मिलरों को भी निर्देश दिए गए है कि जल्द से जल्द धान की लिफ्टिंग करवाई जाए. करनाल अनाज मंडी के बाहर सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉलियां धान लेकर मंडी में एंट्री के लिए कतारों में खड़ी हैं. ऐसे में गुरुवार छह बजे तक ही गेट पास काटे गए. उसके बाद ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर खड़े किसानों के गेट पास शनिवार सुबह छह बजे के बाद ही काटे जाएंगे. ऐसे में किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या ये है कि वो अपने धान लेकर वापस लौट जाए या फिर दो दिन अपनी बारी का इंतजार करें.
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मंडी में फैली अव्यवस्थाओं की वजह से किसानों में भारी रोष है. किसानों का कहना है कि जो किसान किराये पर ट्रॉली को लेकर आया है उसका क्या होगा. किसानों ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा किसानों को उठाना पड़ रहा है. किसानों को इस बात का भी डर है कि कहीं बारिश से उनकी फसल खराब ना हो जाए. मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी सूबे में बरसात की संभावना जताई है. वहीं मंडी प्रशासन के पुख्ता प्रबंधों की पहले ही पोल खुल चुकी है. करनाल आढ़ती प्रधान रजनीश चौधरी ने कहा कि आढ़तियों ने आज शाम 6 बजे से शनिवार सुबह 6 बजे तक मंडी बंद करने का निर्णय लिया है. मंडी में धान को डालने की जगह नहीं बची है. दो दिन मंडी से धान का उठान किया जाएगा. ताकि और धान मंडी में आ सके.