करनाल के किसान बोले, गन्ने का रेट 10 रुपये बढ़ाना किसानों के साथ मजाक, चुनाव में देंगे जवाब करनाल: हरियाणा में गन्ने के दाम (Sugarcane Price in Haryana) को लेकर किसान पिछले काफी समय से प्रदर्शन कर रहे हैं. आज हरियाणा सरकार ने गन्ने के रेट में 10 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी का ऐलान तो कर दिया लेकिन किसान अभी 10 रुपये से खुश नहीं हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में सीएम सिटी करनाल के किसानों ने कहा कि सरकार ने जो 10 रुपये दाम बढ़ाये हैं वो किसानों के साथ मजाक है. ये सरकार किसान विरोधी है.
हरियाणा में गन्ने का दाम अभी 362 रुपये प्रति क्विंटल था. जो 10 रुपये बढ़ाकर 372 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है. किसान कह रहे हैं कि 10 रुपये ऊंट के मुंह में जीरा की तरह है. पड़ोसी राज्य पंजाब में भी गन्ने का भाव हरियाणा से ज्यादा है. पंजाब में मौजूदा समय में गन्ने का भाव 380 रुपये प्रति क्विंटल है. तो ऐसे में सरकार को चाहिए था कि कम से कम पंजाब के बराबर तो दाम दे.
ये भी पढ़ें-गन्ने के रेट में महज 10 रुपए की बढ़ोतरी से नाराज किसान, सोनीपत में प्रदर्शन कर निकाला ट्रैक्टर मार्च
इसके अलावा कुछ किसान 450 रुपये प्रति क्विंटल दाम की मांग कर रहे हैं. किसानों ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ये भाव नहीं देती है तो वो लगातार सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे. आने वाले विधानसभा चुनाव में भी सरकार के खिलाफ किसान आवाज उठायेंगे. किसानों का आरोप है कि गन्ने का जितना मूल्य हरियाणा में सरकार दे रही है उससे गन्ना किसान घाटे में जा रहे हैं. इसका उदाहरण है कि हरियाणा में लगातार गन्ने की खेती का रकबा पहले से कम होना.
किसानों ने कहा कि अगर सरकार की यही नीति रही तो आने वाले समय में गन्ने का रकबा हरियाणा में और कम हो जाएगा और चीनी मिले बंद होने के कगार पर आ जाएंगी. किसान गन्ने की फसल को छोड़कर दूसरी फसल लगाने के लिए मजबूर हो जायेगी. करनाल के किसानों ने कहा कि सरकार के रवैय्ये से जाहिर होता है कि यह किसान व कामेरा वर्ग की सरकार नहीं है. इसलिए सरकार ने 10 रुपये प्रति क्विंटल गन्ने का रेट बढ़ाकर किसानों का मजाक उड़ाया गया है. सूत्रों की मानें तो किसानों के विरोध से सरकार दबाव में है. बताया जा रहा है कि किसानों ने 29 जनवरी को गोहाना में होने वाली अमित शाह की रैली का विरोध करने का भी ऐलान किया है. इसलिए सरकार ने गन्ने का दाम 10 रुपये बढ़ाने का फैसला किया. हलांकि किसान अभी खुश नहीं हैं.
भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने भी 10 रुपये दाम बढ़ाने पर सरकार की आलोचना की है. चढूनी ने कहा कि 10 रुपये दाम बढ़ाना शर्मनाक है. हम इसका कड़ा विरोध करते हैं और सरकार की निंदा करते हैं. ये सरकार किसान विरोधी है. गुरनाम सिंह ने 26 जनवरी को कुरुक्षेत्र में किसानों को बुलाया है. आगे की रणनीति किसान इसी बैठक में तय करेंगे.
ये भी पढ़ें-सीएम मनोहर लाल ने गन्ने का रेट बढ़ाया, दाम बढ़ाने को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे किसान