करनाल:करनाल के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की हड़ताल के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गयी है. मरीज इलाज के लिए इधर उधर भटक रहे हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग की और से कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर लगाए गए हैं लेकिन मरीजों को कोई खास फायदा नहीं हो रहा है. सिर्फ इमरजेंसी सेवा खुली है.
मरीज परेशान: सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के फिर से हड़ताल पर चले जाने के कारण मरीजों को बहुत परेशानी हो रही है. दूरदराज से आए मरीज इस उम्मीद में घंटों इंतजार कर रहे हैं कि कहीं उन्हें डॉक्टर देख लें. लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है. दवाई लेने के लिए आए हुए मरीज मनजीत और अमन कुमार ने बताया कि वह सुबह सर्दी के मौसम में 40 किलोमीटर से दवाई लेने के लिए करनाल के नागरिक अस्पताल में पहुंचे थे लेकिन यहां आने के बाद पता चला कि डॉक्टरों की हड़ताल है. जिसके चलते उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उनकी सरकार से अपील है कि मिल बैठकर डॉक्टरों के साथ हल निकाला जाए ताकि मरीजों को कोई दिक्कत नहीं हो.
मरीजों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था: करनाल के सिविल सर्जन डॉक्टर कृष्ण कुमार ने बताया कि डॉक्टर की हड़ताल के चलते मरीजों का ख्लाल रखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग के द्वारा हॉस्पिटलों में डॉक्टरों की तैनाती कर दी गई है ताकि किसी को कोई समस्या का सामना न करना पड़े. वहीं महिलाओं के लिए डिलीवरी के लिए प्राइवेट डॉक्टर से बात की गई है. अगर कोई महिला की डिलीवरी का केस आता है तो प्राइवेट डॉक्टर की मदद ली जाएगी. अस्पताल में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की भी तैनाती की गयी है.