करनाल:जिले के कर्ण लेक पर पंजाब के किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए शुक्रवार को भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे, लेकिन उपायुक्त के आदेश के बाद किसानों को रोकने के लिए लगाए गए सभी रुकावटों को हटा दिया गया. जिसके बाद किसानों को आगे जाने के लिए ग्रीन सिग्नल मिल गया.
गौरतलब है कि पिछले दो दिनों से पंजाब के किसान दिल्ली कूच करने को लेकर हरियाणा में प्रवेश कर रहे थे. जिसमें से बहुत से किसान दिल्ली पहुंचने में सफल भी हो गए हैं, लेकिन अन्य दूसरे संगठन के किसान वो आज फिर शाम के समय करनाल कर्ण लेक राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 44 पर पहुंचे. जहां उनका मार्ग बाधित मिला. जिसके बाद वो वहीं पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे.
राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर लगाए गए बैरीकेट्स को करनाल प्रशासन ने हटाया किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए करनाल उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने हायर अथॉरिटी के आदेश मिलने के बाद सड़क पर लगाए तमाम बैरिगेट्स को हटा दिया. जिसके बाद किसान नारेबाजी करते हुए दिल्ली की तरफ कूच कर गए.
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बता दें कि, कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब के किसान लगातार हरियाणा के रास्ते दिल्ली कूच कर रहे हैं. जिनको रोकने के लिए हरियाणा सरकार लगातार सड़कों पर पत्थर और बैरिकेट्स लगाकर अवरोध पैदा कर रही है. हालांकि किसान लगातार इन अवरोधों को हटाकर दिल्ली कूच कर रहे हैं.