करनाल :बहुचर्चित जश हत्याकांड (Jash murder case) में पीड़ित परिवार वालों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं. मृतक के चाचा अमन ने बताया कि पुलिस द्वारा इस केस को दूसरी दिशा में घुमाया जा रहा है. पुलिस ने हमें ना तो पोस्टमार्टम की रिपोर्ट दी है ना ही कार्रवाई को लेकर कोई बात हमें बताई है. अमन ने बताया कि बुधवार को करनाल के एसपी से हमने इस केस के बारे में मुलाकात की लेकिन उनके द्वारा भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला.
अमन का कहना है कि पुलिस बार-बार हमें भटकाने की कोशिश कर रही है. पुलिस द्वारा पकड़े गए राजेश और उसके परिवार पर उन्हें पक्का विश्वास है कि इस हत्याकांड में उनका पूरा हाथ है. केस को दूसरी तरफ घुमाने की कोशिश की जा रही है. पुलिस आरोपियों को बचा रही रही है.
36 बिरादरी की पंचायत आज- कमालपुर के सरपंच जगदीश ने बताया कि जस हत्याकांड को लेकर करनाल के फुवारा चौक पर 14 अप्रैल को छत्तीस बिरादरी की मीटिंग का आयोजन किया जायेगा. इस मीटिंग में बड़ा फैसला भी लिया जा सकता है. सरपंच का कहना है कि इस केस को 6 दिन से ज्यादा का वक्त बीत चुका है. इसके बावजूद अभी तक पुलिस किसी भी नतीजे पर पहुंच नहीं पाई है. ना ही पुलिस अब कोई भी ठोस सबूत जुटाने में कामयाब हो पाई है. सररंच जगदीश ने कहा कि पुलिस केवल शक के आधार पर गांव के लोगों को गिरफ्तार कर रही है. उन्होंने प्रशासन से मांग की कि इस मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए.
जश की हत्या में सब परिवार के- जश की हत्या के मामले में अब तक कुल तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है. पुलिस ने इस मामले में सबसे पहले जश की चाची अंजली को गिरफ्तार किया. अंजली इस मामले की मुख्य आरोपी है. इसके बाद बुधवार को दो अन्य महिलाओं की गिरफ्तारी हुई. इनमे से एक ताऊ राजेश की पत्नी धनवंती और दूसरी राजेश की मां सौरनदे है. पुलिस ने 6 अप्रैल को राजेश, राजेश की पत्नी धनवंती, राजेश की मां सौरनदे को हिरासत में लिया था. लगातार पूछताछ की जा रही थी. आरोपी ताई धनवंती और आरोपी दादी पर सबूत मिटाने का आरोप है.