करनाल के सरकारी स्कूल में हाईटेक सुविधाएं. करनाल:करनाल का एक ऐसा सरकारी स्कूल जहां पर बच्चों को हाइटेक सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है. जी हां, रामनगर में मॉडल संस्कृति स्कूल (Ramnagar Model Culture School Karnal) आज जिले में ही नहीं बल्कि हरियाणा के दूसरे बड़े प्राइवेट स्कूलों को भी मात दे रहा है. इस स्कूल में स्मार्ट क्लास भी बनाई गई है. हरियाणा का यह स्कूल जिले के प्राइवेट स्कूलों को भी पीछे छोड़ रहा है. मॉडल संस्कृति स्कूल में 1800 के करीब बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. स्कूल में बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी दिए जाते हैं. यह सरकारी स्कूल प्राइवेट स्कूलों को कड़ी टक्कर दे रहा है. स्कूल में स्मार्ट कक्षा से लेकर सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं.
हैरानी की बात तो यह है कि इस स्कूल में एडमिशन पाने के लिए बच्चे प्राइवेट स्कूल छोड़ देते हैं. करनाल के रेलवे रोड पर बना राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल (Karnal Government School) बच्चों की ना सिर्फ पढ़ाई पर बल्कि उनके बैठने से लेकर उनको संस्कार देने के लिए नजीर बना हुआ है. इस स्कूल ने अपनी एक अलग छवि बनाई है. यही वजह है कि प्राइवेट स्कूलों को दरकिनार कर लोग अपने बच्चों का यहां एडमिशन कराना चाहते हैं. (Hi-tech facilities in government school of Karnal)
रेलवे रोड के इस सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल महेंद्र सिंह ने बताया कि स्कूल में बच्चों को शुरू से ही इंग्लिश सिखाई जाती है. इस स्कूल में पढ़ने वालो बच्चों की पढ़ाई देखकर इस बार बहुत से अभिभावकों ने अपने बच्चों का एडिमशन इस स्कूल में करवाया है. प्राइवेट स्कूलों के अध्यापकों से अच्छे अध्यापक सरकारी स्कूलों (Government Model Culture Senior Secondary School) में है. जिसकी वजह से यहां बोर्ड की परीक्षाओं का परिणाम भी काफी अच्छा रहता है. स्कूल में मौजूदा समय में 1800 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. जो अपनी फर्राटेदार इंग्लिश से हर किसी को चौंका देते हैं. यहां के बच्चों से बात करने से यह लगता है कि वह सरकारी स्कूल के बजाए प्राइवेट स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं.
राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल. 11वीं कक्षा की छात्रा ने बताया कि वह पहले वह प्राइवेट स्कूल में पढ़ाई करती थी. दो साल पहले ही उन्होंने इस स्कूल में एडिमशन लिया है. इस स्कूल में प्राइवेट स्कूल से बहुत अच्छी पढ़ाई होती है. स्कूल में हर वो सुविधा उपलब्ध है जो बच्चों को मिलनी चाहिए. स्मार्ट क्लास के जरिए जो स्मार्ट बोर्ड उपलब्ध कराया गया (facilities in government school) है उसमें वह काफी अच्छे से पढ़ाई कर पाते हैं. इस स्कूल में बच्चों का सारा ध्यान इंग्लिश सब्जेक्ट पर दिया जाता है.
करनाल के सरकारी स्कूल में बच्चों की बढ़ रही रुचि. स्कूल के प्रिंसिपल महेंद्र सिंह ने बताया कि उनके स्कूल में इंग्लिश माध्यम से पढ़ाई करवाई जाती है. वहीं बोर्ड की परीक्षा में दसवीं व बारहवीं की कक्षा का परिणाम भी 98% तक रहता है. उनके स्कूल के छात्र जिले में परीक्षा परिणाम के दौरान मेरिट लिस्ट में काफी संख्या मे शामिल होते हैं. वहीं, स्कूल में लाइब्रेरी भी बनाई गई है, जहां बच्चे आसानी से खाली समय में बैठकर अपनी पढ़ाई कर सकते हैं.
सरकारी स्कूल में हाईटेक सुविधाएं. स्कूल की बिल्डिंग सन 1935 के लगभग बनाई गई थी, लेकिन आज भी स्कूल की सफाई व्यवस्था या रख रखाव की बात करें तो स्कुल मे सफाई व्यवस्था काफी अच्छी है. जिससे बच्चों का स्कूल में आने का मन करता है और स्वच्छ वातावरण में पढ़ाई कर पाते हैं. उन्होंने कहा कि स्कूल में पार्क व ग्राउंड की व्यवस्था भी है. ग्राउंड में बच्चे खेलकूद करते हैं जिसकी वजह से खेलों में भी स्कूल के बच्चे काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. अलग-अलग खेलों में स्कूल के लगभग दर्जनभर बच्चे स्टेट तक खेल चुके हैं.
पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी इस स्कूल को दूसरे स्कूलों से आगे ले जाने का काम यहां के बच्चे कर रहे हैं. जिला स्तर पर और स्टेट स्तर पर जो सरकारी स्कूलों के संस्कृति कार्यक्रम होते हैं, उनमें भी स्कूल की टीम कई बार प्रथम आ चुकी है. यहां पर करनाल के आसपास के लगभग 50 गांव के बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं. वहीं सिटी से भी बच्चे यहां पर एडमिशन लेकर पढ़ाई कर रहे हैं
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