करनाल:सीएम सिटी करनाल में सरपंच और पंच पद के लिए मतदान जारी है. इस बीच करनाल के फतेहगढ़ में वोट डालने को लेकर विवाद हो (Controversy over voting in Karnal) गया. मामले ने देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि तलवारे चल गई. दोनों पक्षों के बीच हुए इस झगड़े में एक बुजुर्ग सहित तीन लोग घायल हो गए. घायल पुरषों का इलाज करनाल के स्थानीय सरकारी हॉस्पिटल में चल रहा है जहां पर वह गंभीर रूप से घायल बताए जा रहा है
मिली जानकारी के मुताबिक, करनाल के फतेहगढ़ गांव में दो पक्षों में वोट डालने को लेकर विवाद (Controversy over voting In Karnal) को लेकर दोनों पक्षों में जमकर तेजधार हथियार चले. इस घटना के बाद पोलिंग बूथ पर अफरा-तफरी मच गई. विवाद का पता चलते ही पुलिस की टीमें हरकत में आ गई और मौके पर पहुंचकर हालात को संभाल लिया. पुलिस ने गांव के दोनो पक्षों को समझाया.
करनाल के फतेहगढ़ में वोटिंग के दौरान मारपीट कैसे शुरू हुआ विवाद- पीड़ित पक्ष का कहना है कि वोटिंग को लेकर पहले से ही एक गुट नाराज चल रहा था. उसके बाद जब हमारी तरफ से बुजुर्ग वोटिंग के लिए जाता है तो उसी दौरान विवाद हो जाता है और तेजधार हथियार व लाठी डंडे चल जाते हैं जिससे पोलिंग बूथ पर भी अफरा तफरी मच गई.
पुलिस ने 8-10 महिलाओं को हिरासत में लिया- इस मामले में पीड़ित पक्ष की तरफ से एक वीडियो सामने आया है. जहां पर 8-10 महिलाओं को पुलिस कर्मी एक पुलिस वैन में बिठा कर हिरासत में लेकर जा रहे हैं. वही एक लड़की इसमें वीडियो बना रही है जो बोल रही है कि जब उनको हिरासत में लिया गया और इस वैन में बिठाया गया तब कोई भी महिला पुलिसकर्मी उनके साथ मौजूद नहीं थी. पुलिस लाइन में दो पुलिसकर्मी दिखाई दे रहे हैं जो एक ड्राइवर हैं. उसके साथ एक अन्य पुलिसकर्मी बैठा हुआ है। यह वीडियो गांव फतेहगढ़ की बताई जा रहा है.
आठ से 10 महिलाओं को हिरासत में लिया गया. पीड़ित पक्ष की लड़की ने बनाया वीडियो- जिस लड़की ने यह वीडियो मीडिया के पास भेजा है उसका नाम नवदीप कौर है. वह पीड़ित पक्ष की तरफ से है. हमला करने वाले अमृतपाल सिंह पूर्व सरपंच के पक्ष के लोग हैं. चोट मारने वाले गुरदेव सिंह नामक व्यक्ति है जो अमृतपाल सिंह के ग्रुप के हैं. पीड़ित पक्ष के सुखविंदर सिंह जो सरपंच पद के उम्मीदवार के लिए खड़ा है उसको, उसके साथी सिमरनजीत व हरपाल सिंह को गंभीर चोटे आई है. सिमरनजीत व हरपाल सिंह की हालत गंभीर होने के चलते उनको चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया है.
डेढ़ घंटे तक बंद रही वोटिंग- घटना के चलते गांव में करीब डेढ़ घंटे तक वोटिंग को बंद रखा गया. जब गांव में वोटिंग बंद होने की सूचना मिली तो नोडल अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. वहीं सूचना के बाद डीसी और एसपी भी मौके पर पहुंचकर मतदान केन्द्र का निरीक्षण किया. अधिकारियों ने घायलों से बातचीत की दोनों पक्षों से बातचीत करके वोटिंग को शुरू करवाया गया.
गांव में भारी पुलिस बल तैनात घायलों को हॉस्पिटल में कराया गया एडमिट करनाल जिला उपायुक्त अनीश यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि फतेहगढ़ संवेदनशील गांव है जिला प्रशासन की ओर से विशेष तौर पर इस गांव में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया है. उन्होंने कहा कि मतदान कुछ समय के लिए रोक दिया गया. उपायुक्त ने कहा कि निसिंग स्वास्थ्य केंद्र में पर्याप्त सुविधाएं न होने के कारण गंभीर रूप से घायलों को करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है. घायलों के परिजनों से प्रशासन द्वारा लगातार बातचीत की जा रही है. निश्चित तौर पर मतदान प्रक्रिया फतेहगढ़ में पूर्णता संपन्न करवाई जाएगी.
एसपी बोले- दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई- करनाल एसपी गंगाराम पूनिया ने जानकारी देते हुए बताया कि संवेदनशील मतदान केंद्र पर 2 कर्मचारी के अलावा दो अन्य कर्मचारी नियुक्त किए गए थे. उन्होंने कहा कि पहले 2 उम्मीदवारों के एजेंटों के बीच मामूली आपसी कहासुनी हुई. इसके बाद अन्य लोग इस कहासुनी में शामिल हो गए और उसके बाद दोनों पक्षों के बीच झगड़ा शुरू हो गया. घटना की गहनता के साथ जांच की जा रही है. पुलिस प्रशासन के समक्ष जो तथ्य आए हैं. उनके आधार पर दोषियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. करनाल जिला पुलिस अधीक्षक गंगाराम ने कहा कि इस पूरे मामले में किसी भी प्रकार की कोई ढील नहीं बरती जाएगी.