करनाल: हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो नशा तस्करों की कुंडली कर रहा है. नशे पर अंकुश लगाने को लेकर सख्त एक्शन की तैयारी की जा रही है. फरार नशा तस्करों की संपत्ति जब्त एवं कुर्क की जाएगी. गौरतलब है कि राजस्थान और पंजाब बॉर्डर से सटे हरियाणा में चूरा पोस्त, अफीम के अलावा सिंथेटिक ड्रग का धंधा काफी बढ़ गया है. हरियाणा की भौगोलिक स्थिति के कारण भी नशे के ग्राफ में काफी तेजी आई है.
पिछले दिनों नशे पर अंकुश लगाने के मकसद से ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पहल के बाद हरियाणा एंटी नारकोटिक्स ब्यूरो का गठन किया गया था. इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए हैं. हरियाणा एंटी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो जहां नशा तस्करों को हर रोज सलाखों के पीछे पहुंचाने में जुटा है. दूसरी ओर जागरूकता अभियान के जरिए लोगों को नशे के दुष्प्रभाव बताए जा रहे हैं.
हरियाणा में अभी तक नशा तस्करी के 23 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. पकड़े गए नशा तस्करों पर लाखों रुपये का जुर्माना लगाया गया है. इसके अलावा उन्हें कोर्ट में पेश कर 10 से 15 साल तक सजा करवाई है. इसके अलावा PIT NDPS के तहत 45 नशा तस्करों के खिलाफ हिरासत के आदेश जारी करवा 40 को अभी तक जेल की सलाखों के पीछे भिजवाया गया है.
गौरतलब है कि हरियाणा पुलिस और एंटी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम ने हरियाणा को नशा मुक्त करने के लिए अभियान चलाया है. जिसका नाम नशा मुक्त हरियाणा नशा मुक्त भारत रखा गया है. हरियाणा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो डीएसपी सतीश कुमार ने बताया कि एक तरफ नशा तस्करों पर शिकंजा कसा जा रहा है. दूसरी तरफ जागरूकता अभियान के जरिए हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो आम जन तक पहुंच रही है. अभी तक हरियाणा में तक कुल 3471 मुकदमे दर्ज हुए हैं. जिसमें 4670 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है.