करनाल: प्रदेश सरकार ने करनाल के सीधपुर, रायसन और कारसा डोढ़ में व्यायामशालाएं बनाने के लिए 35 लाख रुपये प्रति गांव देने घोषणा की थी. जिसके बाद सरकार ने 20-20 लाख रुपए की पहली किश्त जारी की और ग्राम पंचायतों ने व्यायामशालाओं का निर्माण शुरू कर दिया लेकिन शेष ग्रांट न आने से यह कार्य रुक गया है.
तकरीबन एक साल बीत जाने के बाद बकाया ग्रांट न आने से इन निमार्णाधीन व्यायामशालाओं में कबाड़ उगना शुरू हो गया. नतीजतन मौजूदा हालात यह हैं कि इनमें पैदा हुई झाड़ियों और घास के कारण लोग इनमें जाने से भी कतराते हैं.
ये भी पढ़ें- दो दुकानों में घुसा ट्रक, लाखों का हुआ नुकसान
ग्रामीणों ने बताया कि सरकार प्रदेशभर में उपमण्डल और जिलास्तर पर योग दिवस मनाने के लिए लाखों रुपये खर्च कर रही है. योग दिवस को मनाने के लिए पूरा प्रशासन कई दिनों से योग दिवस को लेकर तैयारियों में जुटा है, लेकिन ग्रामीण परिवेश में जीवनयापन करने वालों को योग से जोड़ने के लिए सरकार और प्रशासन की गंभीरता नहीं दिखाई दे रही है. लोगों ने मांग की कि अधूरी पड़ी व्यायामशालाओं को शीघ्र पूरा किया जाए.
वहीं विधायक भगवान दास कबीरपंथी ने बताया कि तीन व्यायामशालाओं के निर्माण के लिये सरकार ने जारी ग्रांट के अनुसार कार्य करवा दिया है. बाकी बची ग्रांट आते ही इन व्यायामशालाओं के अधूरे पड़े कार्य को पूरा करवा दिया जाएगा.