करनाल: किसानों पर लाठीचार्ज (Lathi Charge On Farmers) के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha) ने करनाल में महापंचायत की. इस महापचंयात की अध्यक्षता किसान नेता गुरनाम चढूनी (Farmer leader Gurnam Chadhuni) ने की. महापंचायत को संबोधित करते हुए किसान नेता गुरनाम चढूनी ने एक बड़ा बयान दिया है. गुरनाम चढूनी ने किसानों को संबोधित करते हुए इशारों ही इशारों में कहा कि इस पूरे मामले में इनेलो का भी हाथ है.
चढूनी के मुताबिक जिस एसडीएम ने किसानों का सिर फोड़ने के आदेश दिए वो INLD (इंडियन नेशनल लोकदल) के बड़े पदाधिकारी के भाई हैं. लाठी चार्ज की कमान संभालने वाला इंस्पेक्टर बीजेपी के पूर्व विधायक बख्शीश सिंह का भतीजा है. चढूनी ने कहा कि किसानों को ऊपर जुल्म करने वालों पर कार्रवाई हो. इसके लिए किसानों की क्या रणनीति होनी चाहिए इसे लेकर इस पंचायत में मंथन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम 9 महीने से सड़कों पर बैठे हैं. नौ महीनों से लठ खा रहे हैं. अब हमारे पास लठ खाने की गुंजाइश नहीं रही. इस दौरान गुरनाम चढूनी भावुक भी हो गए.
महापंचायत में दो सवालों को लेकर मंथन किया गया. पहला सवाल ये कि जिन अधिकारियों ने किसानों का सिर फोड़ने के आदेश दिए उनपर कार्रवाई करवाने के लिए किया जाए? दूसरा ये कि कब तक किसान पिटते रहेंगे. क्या अब आर-पार का वक्त आ गया है? इन दोनों सवालों को लेकर इस महापंचायत में मंथन किया गया.
गुरनाम चढूनी (Farmer leader Gurnam Chadhuni) ने कहा कि हम 9 महीने से सड़कों पर बैठे हैं. नौ महीनों से लठ खा रहे हैं. अब हमरे पास लठ खाने की गुंजाइश नहीं रही. इस दौरान गुरनाम चढूनी भावुक भी हो गए. दरअसल 28 अगस्त को पंचायती चुनाव को लेकर बीजेपी की संगठन मीटिंग का आयोजन करनाल में किया गया था. इस दौरान किसी भी रास्ते से शहर में प्रवेश करने पर रोक लगाई गई थी. किसानों ने बीजेपी नेताओं को काले झंडे दिखाकर विरोध जताने की तैयारी की थी. इसके लिए वे शहर में आना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें घुसने नहीं दिया.