करनाल: शहरी एवं स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता की अध्यक्षता में गुरुवार को शहर के पंचायत भवन में कष्ट निवारण समिति की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में कुल 19 शिकायतों पर चर्चा की गई, जिनमें 7 शिकायतें पुरानी थी, जबकि 12 मामले नए आए थे. इन 19 शिकायतों में से 4 शिकायतों को छोड़कर शेष सभी मामलों का मौके पर ही निष्तारण कर दिया गया.
लापरवाही बरतने वाले 3 अधिकारी सस्पेंड: करनाल में गुरुवार को हुई कष्ट निवारण समिति की बैठक में विभिन्न विभागों से जुड़ी शिकायतें आई थी. ग्रीवेंस कमेटी में इन मामलों की सुनवाई के दौरान 3 मामलों में अधिकारियों की लापरवाही सामने आई. जिस पर मंत्री कमल गुप्ता ने बिजली विभाग करनाल के 2 सी ए और नगर निगम करनाल के जेई को मौके पर ही लापरवाही के चलते सस्पेंड कर दिया.
ग्रीवांस कमेटी की बैठक में 15 शिकायतों का निष्तारण किया गया. पढ़ें :बरसात और ओलावृष्टि के कारण गेहूं की चमक पर पड़ा असर, खरीद में छूट दें केंद्र सरकार- दुष्यंत चौटाला
मंत्री कमल गुप्ता की अध्यक्षता में हुई बैठक: बता दें कि हर महीने करनाल में कष्ट निवारण समिति की बैठक का आयोजन किया जाता है. जिसमें मंत्री कमल गुप्ता बैठक की अध्यक्षता करते हैं और लोगों की समस्याओं को सुनते हैं. इस दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि बारिश के कारण गेहूं की काफी फसलें खराब हो चुकी हैं. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं और सभी जिलों में अधिकारियों को किसानों की खराब फसलों की गिरदावरी करवाने के आदेश दिए गए हैं.
ग्रीवांस कमेटी की बैठक में 12 नई शिकायतें आई. पढ़ें :हरियाणा में फूटा कोरोना बम, 11 जिलों में 24 घंटे के अंदर मिले 243 नये केस, 951 हुआ कुल आंकड़ा
किसानों को मिलेगा मुआवजा: उन्होंने कहा कि जिस किसान की फसल बरसात या ओलावृष्टि के कारण खराब हुई है. वह 'मेरा फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल' पर उसकी क्षति पूर्ति के लिए आवेदन कर सकते हैं. किसान की फसल का जितना प्रतिशत नुकसान हुआ है उसके आधार पर सरकार उसको मुआवजा जरूर देगी. इस दौरान उन्होंने करोना के बढ़ते मामलों पर कहा कि स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज हरियाणा में कोरोना की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. प्रदेश के सभी जिलों के अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है. सरकार ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरे प्रबंध कर लिए हैं ताकि कोरोना के मामलों को बढ़ने से रोका जा सके और संक्रमित व्यक्तियों को समय पर इलाज मिल सके.