हरियाणा

haryana

वेयरहाउस में अनाज के रखरखाव को लेकर किए प्रशासन के दावों की खुली पोल, देखें रिपोर्ट

By

Published : Jul 26, 2020, 10:30 PM IST

करनाल हैफेड और डीएफएससी प्रशासन वेयरहाउस में रखे गेहूं को सुरक्षित रखने के तमाम दावे कर रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत कोसों दूर है. बरसात के शुरुआती दिनों में वेयरहाउस में रखा गेहूं खराब होने लगा है.

grain spoiled in karnal warehouse
करनाल वेयरहाउस में अनाज

करनाल:बारिश ने करनाल हैफेड और DFSC वेयरहाउस के गेहूं की सुरक्षा को लेकर किए गए दावों की पोल खोलकर रख दी है. हैफेड और DFSC वेयरहाउस अनाज को बारिश से बचाने के तमाम दावे तो कर रहा है, लेकिन तस्वीरें दावों के बिल्कुल उलट दिखाई दे रही हैं. अधिकारी दावा कर रहे हैं कि वो वेयरहाउस में गेहूं के बचाव को लेकर उनकी तरफ से सभी इंतजाम किए गए हैं.

करनाल जिले के नेवल गांव में हैफेड और DFSC के 18 वेयरहाउस 42 लाख टन अनाज को सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं. बावजूद इसके गेहूं खुले में पड़ा है और बारिश में खराब हो रहा है. प्रशासन की ओर से अनाज को तिरपाल से ढका गया है, साथ ही अनाज को जमीन की ओर से पानी से बचाने के लिए लकड़ी के फ्रेम लगाए गए हैं. फिर भी अनाज खराब हो रहा है.

हैफेड सुरक्षा कर्मचारी अनिल कुमार का कहना है कि जब बारिश आती है तो जो अनाज खुले में रखा है उसे तिरपाल से ढक देते हैं. साथ ही अनाज को सीलन और कीड़ों से बचाने के लिए समय-समय पर अनाज को दवा और हवा लगाई जाती है. जैसे ही मौसम साफ होता है तो अनाज के ऊपर से तिरपाल हटा देते हैं. जिससे कि धूप लग जाए. धूप लगने से अनाज खराब नहीं होता.

वेयरहाउस में अनाज के रखरखाव को लेकर किए प्रशासन के दावों की खुली पोल, देखें रिपोर्ट

ये भी पढ़ें:-सिरसा: अस्पताल से कोरोना पॉजिटिव मरीज गायब, डॉक्टर्स पर लगे लापरवाही के आरोप

जिला हैफेड अधिकारी सुरेश वेद ने बताया कि वेयरहाउस में कुल 42 लाख क्विंटल अनाज है, जिसमें 30 लाख क्विंटल खुले में और 12 लाख क्विंटल गोदामों में रखा है. जिसकी सुरक्षा हैफेड द्वारा सावधानी पूर्वक की जा रही है. अनाज को समय-समय पर खोलकर उसमें दवाएं डाली जा रही हैं. साथ ही बारिश में अगर कहीं भी पानी जाता है, तो निकासी के भी उचित प्रबंध किए गए हैं और भीगी बोरियों की पल्टी भी की जाती है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details