करनाल: पुलिस ने एक ऐसे शातिर आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है, जिसने मशरूम की फसल खरीद में करीब 33 लाख रुपये की धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया था. असंध पुलिस थाना करनाल ने दिल्ली के श्री निवासपुरी निवासी आरोपी मोनू कुरैशी को विश्वसनीय सूचना पर दिल्ली से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर के दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है. रिमांड के दौरान आरोपी से गहनता से पूछताछ की गई.
आरोपी से पूछताछ व अन्य विश्वसनीय साक्ष्यों के आधार पर जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी अय्याशी करने का शौकीन है. आरोपी मुजरा देखने भी जाता था. जिसके लिए आरोपी को रुपयों की जरूरत होती थी. करनाल में धोखाधड़ी की वारदात के संबंध में राकेश मशरूम फार्म गांव झबाला असंध जिला करनाल के मालिक राकेश व सतपाल बिसला ने मार्च में असंध पुलिस थाना करनाल में इसकी शिकायत दी थी.
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जिसमें उसने बताया कि गांव झबाला में उसने अपने पार्टनर सतपाल बिसला के साथ मिलकर फार्म खोला हुआ है. शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने मार्च 2022 में आरोपी मोनू कुरैशी से संपर्क किया था. आरोपी मोनू की सब्जी मंडी ओखला, नई दिल्ली में गुडलक छूट एण्ड वेजिटेबल कंपनी के नाम से आढ़ती की दुकान है. शिकायतकर्ता ने अप्रैल 2022 से अक्टूबर 2022 के दौरान आरोपी को करीब 48 लाख रुपये की मशरूम भेजी थी.
आरोपी को अपना पांच प्रतिशत कमीशन काटकर मशरूम की पेमेंट करीब 46 लाख रुपये शिकायतकर्ता के खाते में जमा करनी थी. लेकिन आरोपी द्वारा इस दौरान शिकायतकर्ता के फर्म के खाते में करीब 13 लाख रुपये ही जमा कराए गए थे. शिकातयकर्ता को भरोसा दिलाने के लिए आरोपी पेमेंट के फर्जी ट्रांजेक्शन मैसेज व स्क्रीनशॉट्स शिकातयकर्ता के फोन पर भेज देता था. जब शिकायतकर्ता को धोखाधड़ी के बारे में पता चला तो उन्होंने अपने स्तर पर जांच की तो सामने आया कि आरोपी ने करीब 33 लाख रुपये की राशि उसके खाते में जमा ही नहीं कराई है.
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ऐसे दिया वारदात को अंजाम: शिकायतकर्ता अपनी मशरूम की फसल आरोपी के पास बेचने के लिए भेजता था तो आरोपी उस फसल के पैसे अपना कमीशन काटकर शिकायतकर्ता के खाते में जमा करवा देता था. जब आरोपी के पास पहले के बराबर मशरूम की फसल आती तो आरोपी पिछले वाली ट्रांजेक्शन का स्क्रीनशॉट शिकायतकर्ता के पास भेज देता था. शिकायतकर्ता को लगता था कि आरोपी उसके खाते में उसकी फसल के पैसे जमा कर रहा है.
जिस खाते में शिकायतकर्ता की मशरूम के पैसे जमा होते थे, उसी खाते में से लोन की किस्त भी कटती थी. शिकायतकर्ता निश्चित था कि उसके खाते में पैसे जमा हो रहे हैं. जब उसके लोन की किस्त बांउस हुई तो उसे अपने साथ हुई ठगी का पता चला. पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी के कब्जे से उसकी आढ़त की दुकान से एक लाख रुपये की नकदी बरामद की गई है. आरोपी को आज पेश अदालत करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.