प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने नाव में सवार होकर पहुंचे DC व SP करनाल:लगातार हो रही तेज बारिश के बाद हथनीकुंड बैराज का पानी छोड़ने के कारण करनाल के इंद्री में बाढ़ की स्थिति बन गई है.जिसके चलते कई गांव में पानी घुस गया है. दर्जनों गांव का संपर्क दूसरे गांव से टूट चुका है. यह पानी शेरगढ़ टापू गांव में सबसे पहले आया. जिसे हरियाणा का यूपी से नाता भी टूट गया है. शेरगढ़ टापू गांव से हरियाणा से यूपी जाने वाला पुल जलमग्न हो गया है. इसका जायजा लेने के लिए करनाल के जिला उपायुक्त खुद गए. लेकिन ज्यादा पानी होने के चलते उपायुक्त को बाढ़ के पानी में किश्ती में बैठ कर क्षेत्र का जायजा लेना पड़ा.
ये भी पढ़ें:Heavy Rain In Chandigarh: भारी बारिश को लेकर चंडीगढ़ में रेड अलर्ट, 13 जुलाई तक सभी स्कूल बंद
बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन अलर्ट मोड पर है. इसी को लेकर उपायुक्त अनीश यादव एवं पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने इंद्री ब्लॉक में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया. इस दौरान और भी कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे. डीसी ने लोगों से अपील की है कि पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ से प्रभावित करीब एक दर्जन गांवों के आसपास जलभराव की स्थिति देखने को मिली है. लेकिन यह पानी अभी आबादी से दूर है. फिर भी लोगों को सचेत रहने की जरूरत है.
जलमग्न सड़कों पर नाव में सवार हुए प्रशासनिक अधिकारी जैसे पहाड़ी इलाकों में भी लगातार बारिश हो रही है और वह पानी नीचे आ रहा है. ऐसी स्थिति से बचने के लिए प्रशासन द्वारा लोगों की जान-माल की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है. प्रशासन उनके साथ है. उन्होंने कहा कि जिन गांवों में जल भराव की समस्या बन गई है. उन लोगों के लिए खाने-पीने का प्रबंध भी पर्याप्त मात्रा में प्रशासन की ओर से किया गया है. उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी.
करनाल में भारी बारिश से तबाही का मंजर उपायुक्त ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं. बाढ़ से संभावित क्षेत्र पर प्रशासन की पैनी नजर है. नाव इत्यादि का उचित प्रबंध किया गया है. जिनके माध्यम से ग्रामीणों तक आवश्यक वस्तुएं पहुंचाई जा रही हैं. इसके अलावा सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं, कि वे यमुना के आसपास के गांवों के लोगों के साथ निरंतर संपर्क में रहेंगे.
भारी बारिश से सड़कों पर जलभराव ये भी पढ़ें:प्रकृति का तांडव! यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंचा, हथनीकुंड बैराज पर 3 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी दर्ज
अगर कहीं पर भी कोई दिक्कत आती है, तुरंत लोगों की मदद करने के लिए आगे आएंगे. इसके अलावा पर्याप्त मात्रा में मिट्टी के कट्टे भरकर रखवाए गए हैं. तथा जेसीबी की भी उपलब्धता सुनिश्चित की गई है. उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस विभाग द्वारा भी पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है. इसके अलावा गांवों में पटवारी व ग्राम सचिव की भी उपलब्धता रहेगी और वह ग्राम पंचायत के संपर्क में रहेंगे.
डीसी अनीश यादव ने लिया स्थिति का जायजा उपायुक्त ने निरीक्षण के दौरान सबसे पहले चंद्राव गांव के पास के क्षेत्र का दौरा किया और वहां पर जलभराव की स्थिति का जायजा लिया. इसके बाद गढ़ी बीरबल में धनौरा ट्रेन की पटरी को देखा. इसके उपरांत जपती छपरा व शेरगढ़ टापू, में पानी की स्थिति का जायजा लिया. इस मौके पर ग्रामीणों ने बताया कि मानसून सीजन के दौरान इस इलाके में जलभराव की स्थिति हर वर्ष बन जाती है. जैसे बरसात होती है, वह पानी एक-दो दिन में ही आगे निकल जाता है. उपायुक्त ने लोगों को आश्वस्त किया कि प्रशासन उनके साथ है.
ये भी पढ़ें:Watch Video : अतीत से सबक लेकर सही कदम नहीं उठाए तो हर साल आएगी ऐसी तबाही!