करनाल: 2022 के शुरूआत से ही प्रदेश में जमकर बारिश हो रही है. ऐसे में बारिश किसानों के लिए दोहरी मार साबित होती नजर आ रही है. जहां एक तरफ बारिश के कारण किसानों की फसलें नष्ट हो गई थी. वहीं अब किसानों के सामने सूखे चारे की किल्लत भी खड़ी हो (dry fodder shortage in Haryana) रही है. जिसके चलते प्रदेश में सूखे चारे के दाम 3 गुना तक बढ़ गए है. ऐसे में किसान मजबूरी में पशुओं को बेकार सूखा चारा खिलाने को मजबूर है.
पशुपालक विनोद कुमार ने कहा कि बरसात होने के कारण उनका हरा चारा काफी खराब हो चुका है. वहीं सूखा चारा भी लगभग 70 फीसदी तक खराब हो चुका है. इससे उनके सामने सूखे चारे की किल्लत खड़ी हो गई है. विनोद ने बताया कि सूखे चारे के बिना पशुओं को हरा चारा नहीं डाल सकते, तो ऐसे में पशुओं को बेकार सूखा चारा डालने पर मजबूर हो रहे है. सूखे चारे की पूर्ति करने के लिए पशुपालकों को दूसरे राज्यों से मंगाना पड़ रहा है, जो उनको 3 गुना ज्यादा भाव में मिल रहा है और ट्रांसपोर्ट का खर्चा भी वहन करना पड़ रहा है.