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हरियाणा: एक बार फिर हुई किसान-पुलिस के बीच झड़प, बीजेपी विधायक का कर रहे थे विरोध

Indri Farmers Protest News: करनाल के इंद्री कस्बे में किसानों ने बीजेपी कार्यकर्ता सम्मेलन का जोरदार विरोध किया. इस दौरान किसानों ने बीजेपी विधायक रामकुमार कश्यप को काले झंडे दिखाए. वहीं जानकारी है कि इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई है.

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हरियाणा: एक बार फिर हुई किसान-पुलिस के बीच झड़प

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Published : Sep 30, 2021, 7:04 PM IST

करनाल: बुधवार को प्रदर्शनकारी किसानों (Farmer Protesters) ने बीजेपी जिला करनाल के इंद्री कस्बे में बीजेपी विधायक का जोरदार विरोध किया. भारी संख्या में प्रदर्शन कर रहे किसानों ने विधायक को काले झंडे (Farmers Showed Black Flag Bjp Mla) दिखाए. किसानों के विरोध के चलते इंद्री में हंगामे जैसे हालात बन गए. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई, इसके बावजूद किसान नहीं माने.

बताया जा रहा है कि बुधवार के दिन इंद्री कस्बे में पैलेस में भाजपा कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित किया गया. इस सम्मेलन में विधायक रामकुमार कश्यप पहुंचे थे. इस कार्यक्रम में बीजेपी ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री करण देव कम्बोज (Karandev Kamboj) के साथ जिला स्तरीय कई नेता पहुंचे, तभी वहां भारी संख्या में किसानों ने पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. ऐसे में प्रशासन को पुलिसबल की तैनाती करनी पड़ी.

एक बार फिर हुई किसान-पुलिस के बीच झड़प, देखिए वीडियो

बता दें कि मंगलवार को ही किसानों ने बीजेपी कार्यकर्ता सम्मेलन का विरोध करने की चेतावनी दी थी, जिसके चलते सुरक्षा के लिहाज से प्रशासन ने सुरक्षा का इंतजाम किया था. कार्यक्रम स्थल के चारो तरफ पुलिस ने बैरिकेड्स लगा दी थी, लेकिन किसान काले झंडे लहराते हुए तमाम सुरक्षा व्यवस्था को तोड़ते हुए आगे निकल गए. इस बीच किसानों और पुलिस के बीच हल्की नोक-झोक भी हुई.

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कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने दूसरे गेट से भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को सुरक्षित बाहर निकाला. इस दौरान किसान नेताओं ने लंबे समय तक भाजपा के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. इस दौरान एक किसान की अचानक तबीयत खराब हो गई और वह बेसुध होकर गिर पड़ा. उसे उपचार के लिए अस्पताल में ले जाया गया.

किसान काले झंडे लहराते हुए तमाम सुरक्षा व्यवस्था को तोड़ते हुए आगे निकल गए.

इस दौरान किसान नेता जगदीप सिंह ओलख ने कहा कि किसान संयुक्त मोर्चा द्वारा पहले ही घोषणा की जा चुकी थी कि भाजपा कि कोई भी मीटिंग नहीं होने दी जाएगी. यह संयुक्त मोर्चा का आदेश है और इसी को लेकर के हम यहां पर पहुंचे हैं. जब तक सरकार तीनों कृषि कानून वापस नहीं लेगी, एमएचपी पर गारंटी कानून नहीं लाएगी तब तक सरकार का पुरजोर विरोध किया जाएगा. जगदीप सिंह का कहना है कि हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण चलेगा. उन्होंने कहा कि यह तानाशाही नहीं चलेगी, किसान आखरी दम तक अपने हक की लड़ाई लड़ता आया है और लड़ता रहेगा.

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