करनाल: सीएम सिटी करनाल में शनिवार को बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी की अहम बैठक (Karnal BJP meeting) हुई. इस दौरान किसानों ने भी विरोध जताते हुए जोरदार प्रदर्शन (farmer protest) किया था. वहीं किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज (karnal farmer lathi charge) करना पड़ा. जब किसान और पुलिस आमने-सामने हुए तो पुलिस की तरफ से लाठीचार्ज किया जा रहा था तो वहीं किसानों की तरफ से पत्थरबाजी की गई. इस दौरान 4 किसान और 10 पुलिसकर्मी घायल हुए. घायल हुए किसानों में से एक किसान की रविवार को मौत हो गई. मृतक किसान का नाम सुशील काजल है. किसान करनाल के घरौंडा के रायपुर जट्टान गांव का रहने वाला था.
किसान नेता गुरनाम चढूनी ने किसान की मौत होने पर शोक जताते हुए ट्वीट कर लिखा कि भाई सुशील काजल जो डेढ़ एकड़ के किसान थे 9 महीने से आंदोलन में अपनी हिस्सेदारी दे रहे थे. कल करनाल टोल प्लाजा पर जो पुलिस ने लाठियां चलाई उनको बहुत चोट आई थी और रात को हार्ट फेल होने के कारण शरीर त्याग कर भगवान को प्यारे हो गए हो गए. किसान कौम इनके बलिदान की सदा आभारी रहेगी. वहीं भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के प्रवक्ता राकेश बैंस ने कहा कि कल किसानों के ऊपर करनाल में जो लाठीचार्ज हुआ उस समय हमारे एक किसान भाई उन किसानों में मौजूद थे और रात के समय दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई. जिससे घर वालों का मानना है कि उसकी घबराहट के कारण मौत हुई है.
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