करनाल:पहले ही लॉकडाउन की वजह से पशुपालकों का बुरा हाल था. अब पीएम मोदी ने 21 दिन के लॉकडाउन की मियाद को 3 मई तक बढ़ा दिया है. ऐसे में पशुपालकों पर छाई आर्थिक तंगी के बादल और ज्यादा गहरा सकते हैं. करनाल जिले के डेयरी किसान गुरुपाल नरवाल को समझ नहीं आ रहा है कि इस आफत से कैसे बाहर निकला जाए.
गुरुपाल नरवाल ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि लॉकडाउन नोटबंदी से भी बुरा है. उन्होंने बताया कि इस लॉकडाउन में ना तो पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था ढंग से हो पा रही है और ना ही पशुओं के दूध का रखरखाव हो पा रहा है. जिसकी वजह से अब पशु भी पहले की तुलना में कम दूध देने लगे हैं.
गुरुपाल ने बताया कि जो पशु 25 से 30 लीटर दूध देता था, वो आज 10 से 12 लीटर तक पहुंच गया है. अगर सरकार ने पशुपालकों की ओर ध्यान नहीं दिया तो चारे की कमी के चलते पशु मर जाएंगे और पशुपालकों पर भी आर्थिक संकट गहरा जाएगा.