करनाल: 1 फरवरी 2023 को केंद्रीय वित्तमंत्री ने बजट पेश किया था. इस दौरान बजट भाषण में निर्मला सीतारमण ने मिलेट्स यानी मोटे अनाज को श्री अन्न नाम दिया है. श्री अन्न को लोकप्रिय बनाने के कार्यक्रमों में भारत सबसे आगे है. भारतीय मिलेट्स अनुसंधान केंद्र, हैदराबाद को उत्कृष्ता केंद्र के रूप में बढ़ावा भी देगा. जिससे वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी श्रेष्ठ कार्य कर सकें. यह संस्थान मोटे अनाज की हर फसल पर नई-नई रिसर्च करके नए बीज तैयार कर रही है. ताकि आने वाले समय में देश में मोटे अनाज के क्षेत्रफल का दायरा बढ़ाया जाए. किसानों तक बेहतर उत्पादन देने वाले बीज पहुंच सके. आपको बता दें कि UNA द्वारा इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर साल 2023 घोषित किया गया है. मिलेट्स में ऐसा क्या है जिसके कारण इसको श्री अन्न या सुपर फूड कहा जाता है और ये सभी के लिए क्यों फायदेमंद है.
श्री अन्न या मिलेट्स क्या है:सिंधु घाटी सभ्यता के दौरान श्री अन्न की खपत को लेकर कई साक्ष्य बताते हैं, कि यह भारत में पैदा की जाने वाली पहली फसलों में से एक थी. इसका इतिहास पांच हजार वर्ष से भी पहले का है. इसे गरीबों का अनाज भी कहा जाता है. मिलेट्स सेहत के लिए भी काफी अच्छा होता है. मिलेट्स सिर्फ प्रोटीन और फाइबर ही नहीं देते बल्कि, शरीर में उत्पन्न हो रहे रोगों का निदान भी करते हैं.
श्री अन्न सुपर फूड क्यों है?:दरअसल, श्री अन्न में पोषक तत्व ज्यादा होते हैं. इसके साथ ही बीटा-कैरोटीन, नाइयासिन, विटामिन-बी6, फोलिक एसिड, पोटैशियम, मैग्नीशियम, जस्ता आदि से ये अनाज भरपूर होते हैं. इसमें फाइबर यानी रेशा मौजूद होता है, जिससे पाचन दुरुस्त होता है. इस तरह इसको खाने वाले को कब्ज की समस्या नहीं होती. इनका सेवन करने से हड्डियों को मजबूती मिलती है. श्री अन्न डायबिटीज और दिल के रोगियों के लिए भी उत्तम माना जाता है. इन्हीं सब कारणों से श्री अन्न को सुपरफूड भी कहा जाता है.
श्री अन्न में क्या-क्या शामिल है?:आपको बता दें कि इसमें ज्वार शामिल है जो ग्लूटेन फ्री और प्रोटीन का अच्छा सोर्स है. साथ ही ये डायबिटीज के मरीजों के लिए बढ़िया भोजन है. इसमें बाजरा है, जिसमें विटामिन B6, फॉलिक एसिड भी मौजूद है जो खून की कमी को दूर करने में सहायक होता है. ऐसे ही रागी है जो नेचुरल कैल्शियम का सोर्स है और बढ़ते बच्चों तथा बुजुर्गों की बोर्नस को मजबूत करने में मदद करता है. सांवा या सामा जिसमें फाइबर और आयरन भरपूर मात्रा में होता है. एसिडिटी, कब्ज और खून की कमी को दूर करने में सक्षम होता है. वहीं, इसमें कंगनी भी शामिल है जो हमारे शरीर में अनावश्यक पदार्थ को जमने से रोकता है. साथ ही ब्लड प्रेशर और बेड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में सहायक होता है.
इसी तरह कोदो भी मिलेट्स में शामिल हे जो फाइबर से भरपूर है और घेंघा रोग, रुसी की समस्या पर से संबंधित और बवासीर में फायदेमंद है. कुकटी भी है जो एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत है, इसमें मौजूद मैग्नीशियम हेल्दी हार्ट और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है. कट्टू भी शामिल है जो अस्थमा के रोगियों के लिये फायदेमंद है. इसमें मौजूद अमीनो एसिड बाल झड़ने से रोकता है. ये समस्या भी आज के दौर में काफी ज्यादा देखने को मिल रही है जिसके शिकार ज्यादार युवा हो रहे हैं.