करनाल: हरियाणा में सरकारी मेडिकल कॉलेज में फीस बढ़ोतरी को लेकर हंगामा जारी है. कांग्रेस और छात्रों के अभिभाव इस फीस बढोतरी के फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. हरियाणा सरकार ने मेडिकल फीस को 20 गुना बढ़ा दिया है. इस पर सूबे के सीएम मनोहर लाल ने बड़ा बयान दिया है और ये भी बताया कि सरकार ने मेडिकल कॉलेज की फीस क्यों बढा़ई है.
सीएम ने बताया क्यों बढ़ाई फीस
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि छात्र सरकार मेडिकल कॉलेज से शिक्षा प्राप्त करने के बाद प्राइवेट नौकरी की तरफ चले जाते हैं. छात्र सरकारी अस्पताल में नौकरी नहीं करते हैं. इसको लेकर हमने ऐसा किया जो यहां शिक्षा प्राप्त करेगा और सरकारी अस्पताल में नौकरी करेगा उसे इतनी फीस नही देनी होगी. सरकार ने ऐसा केवल बॉंड भरवाया जो प्राइवेट की तरफ जाएगा वहीं ही फीस देगा.
'सरकारी कॉलेज में पढ़ाई करके प्राइवेट अस्पताल में करते हैं नौकरी इसलिए बढ़ाई MBBS की फीस'
कहा सभी को मिलेगी नौकरी
मुख्यमंत्री ने कहा अभी भी हरियाणा में डॉक्टरों की कमी है और हम उस कमी को पूरा करने में लगे हुए. जो भी हरियाणा के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पड़ेगा हम उन्हें नौकरी देगें किसी ना किसी तरीके से प्रबंध करेगे. उन्होंने कहा कि हरियाणा में एक हजार लोगों पर एक डॉक्टर होने चाहिए जबकि हरियाणा में ऐसा नहीं है. जो छात्र सरकारी अस्पताल में अपनी सेवा देगा उससे ये फीस नहीं लिया जाएगा.
बरोदा उपचुनाव हार पर दिया बयान
इस दौरान उन्होंने बरोदा उपचुनाव के परिणाम पर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि हर सीट का अपना इतिहास होता है और बीजेपी ने बरोदा में कभी भी जीत हासिल नहीं की है. सीएम मनोहर ने ये माना कि इस चुनाव परिणाम के बाद बीजेपी हारी जरूर है, लेकिन उनका जनाधार बढ़ा है. सीएम ने कहा कि बरोदा की हार को भी मैं जीत मानता हूं.
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सीएम मनोहर लाल ने 26 नवंबर के किसानों के आंदोलन पर कहा कि किसानों को अधिकार है कि वे अपना आंदोलन करे. सीएम ने ये भी कहा कि कृषि कानून किसानों के हक में है. इस आंदोलन में किसान नहीं बल्कि संगठन और कुछ पार्टी के लोग होंगे. उन्होंने कहा कि प्रदर्शन से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है सिर्फ कानून व्यवस्था बनाए रखे. इस दौरान उन्होंने कोरोना पर भी चिंता जताई.