करनाल: हरियाणा में पिछले एक महीने से क्लर्कों की हड़ताल जारी है. क्लर्क अपने वेतन में बढ़ोतरी की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. गुरुवार को करनाल में प्रदेश स्तरीय क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसाइटी के बैनर तले लिपिक कर्मचारियों ने लघु सचिवालय परिसर के बाहर धरना प्रदर्शन किया.
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लिपिक कर्मचारियों के प्रदर्शन का गुरुवार यानी 3 अगस्त को 30 वां दिन रहा. उनकी भूख हड़ताल का आज 13 वां दिन है. लिपिक कर्मचारियों की मांग है कि उनका वेतनमान 35 हजार 400 रुपये किया जाए. अपनी मांगों को लेकर रोष प्रदर्शन करते हुए गुरुवार को लिपिक कर्मचारियों ने थाली बजाओ सरकार जगाओ के नाम से प्रदर्शन किया. लिपिक कर्मचारियों का कहना है कि सरकार जब तक मांग नहीं मानेगी, तब तक आंदोलन यूं ही करते रहेंगे और लिपिक 35,400 वेतन बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं.
लिपिक कर्मचारी नेता परमजीत सिंह ने कहा कि लिपिक कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पिछले 30 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन सरकार उनकी मांग पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. सरकार के साथ उनकी अभी तक 3 बार मीटिंग हुई है. जिसमें उन्होंने वेतनमान बढ़ाने के जो मुख्य 10 बिंदु होते हैं. उन पर भी चर्चा की, लेकिन कोई भी नतीजा सामने नहीं आया है. उन्होंने कहा कि सरकार इस धरने को लंबा चलाना चाहती है. तथा पब्लिक को परेशान करना चाहती है.
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लिपिक कर्मचारी परमजीत ने कहा कि सरकार आम जनता को क्लर्कों के खिलाफ भड़काना चाहती है. लेकिन कर्मचारी लगातार पहले भी सरकार का काम करते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे. परमजीत ने कहा कि वो जनता को परेशान नहीं करना चाहते, लेकिन अपने हक की उनकी मांग जायज है. मौजूदा समय में उनका जो वेतनमान है, वह 19 हजार 900 रुपये है. ऐसे में घर खर्चा चलाना बेहद मुश्किल है. इसी को लेकर आज उन्होंने थाली बजाओ सरकार जगाओ के रूप में थाली बजाकर अपना प्रदर्शन किया है.
लिपिक कर्मचारी नेहा ने कहा कि लगातार अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते रहे हैं. लेकिन सरकार उनकी मांग पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. जिसके कारण मजबूरन धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है. सरकार ने पिछले 40 सालों से कर्मचारियों का कोई भी इंक्रीमेंट नहीं किया है. अब सरकार को लिपिक कर्मचारियों की मांग गलत लग रही है. उन्होंने कहा कि यदि लिपिक कर्मचारियों के कामकाज को देखा जाए तो उनकी यह मांग भी काफी कम है.
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वेतन बढ़ोतरी की मांगों को लेकर प्रदर्शनकारी क्लर्कों का कहना है कि अगर सरकार उनकी मांगें तुरंत मान लेती है तो वो अपने कार्य पर जल्द वापस लौटेंगे. हड़ताल के चलते जो भी काम आम जनता के रुके हुए हैं, उन्हें जल्द पूरा करेंगे. क्लर्क कर्मचारी 5 जुलाई से लघु सचिवालय परिसर में लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार के साथ लिपिक वर्ग की सरकार के साथ 3 बार मीटिंग हो चुकी है लेकिन कोई समाधान नहीं हो पाया है.