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हरियाणा की अनाज मंडियों में भाकियू लगाएगा जाम, वैल्यु कट वापस ना लेने पर करेंगे प्रदर्शन - हाबाद मार्किट कमेटी सेक्रेटरी कृष्ण मलिक

बुधवार को कुरुक्षेत्र में शाहबाद अनाज मंडी में आढ़तियों, भाकियू और अन्य अधिकारियों की बैठक हुई. जिसमें वीरवार को प्रदेश की अनाज मंडियों में जाम लगाने का फैसला लिया गया है. सरकार को बुधवार शाम तक का अल्टीमेटम दिया गया था जिसमें कहा था कि अगर वैल्यू कट का फैसला सरकार वापस नहीं लेती तो वीरवार को मंडियों में जाम लगाया जाएगा.

Bhartiya Kisan union  jam in Haryana grain markets
हरियाणा की अनाज मंडियों में भाकियू लगाएगा जाम

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Published : Apr 12, 2023, 11:00 PM IST

कुरुक्षेत्र: शाहाबाद अनाज मंडी में भारतीय किसान यूनियन, मंडी अधिकारियों, सरकारी खरीद एजेंसी और आढ़तियों ने बैठक की. बैठक में गेहूं की फसल पर लगने वाले कट के ऊपर चर्चा की गई. मीटिंग के बाद जानकारी देते हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कहा है कि जब तक गेहूं पर कट वापिस लेने का केंद्र सरकार से जवाब नहीं आ जाता तब तक प्रदेश सरकार इस कट का पैसा वहन करेगी.

उन्होंने कहा कि हमारा सरकार से अनुरोध है, कि प्रदेश सरकार ये सपष्ट करें कि अगर पूरे सीजन में केंद्र कट वाला फैसला वापस नहीं लेती. तो हरियाणा सरकार पूरे सीजन में कट वहन करेगी. सरकार को ये स्थिति साफ करनी होगी और बुधवार शाम तक इससे संबंधित पत्र जारी करे. वरना वीरवार को प्रदेशभर में सभी अनाज मंडियों के आगे जाम लगाया जाएगा और इसके लिए सभी किसान तैयार रहे.

इसकी जानकारी कुरुक्षेत्र के उपायुक्त को भी दे दी गई है. शाहाबाद मार्किट कमेटी सेक्रेटरी कृष्ण मलिक ने कहा कि किसान यूनियन, आढ़तियों और मंडी एसोसिएशन के साथ बैठकों का दौर लगातार जारी है. इन बैठकों में सरकारी एजेंसियां भी शामिल होती है. वहीं, सीनियर अधिकारियों ने कहा है कि किसानों की भरपाई शायद सरकार कर दे. वहीं, मार्किट सेक्रेटरी ने कहा कि हम किसानों और आढ़तियों से ये अपील कर रहे हैं कि सरकार और प्रशासन का सहयोग करें. जब तक सरकार का फैसला नहीं आ जाता फसलों की खरीद शुरू करवाएं.

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मंडी आढ़ती प्रधान बिट्टू कालड़ा ने कहा कि केंद्र सरकार की टीम आई थी. पहले भी बरसात के कारण फसलों का नुकसान होता रहा है. लेकिन कभी किसान पर इसका खर्च नहीं पड़ा है. सरकार को चाहिए कि खर्च वहन करे. उनकी मंडी में लाखों गेहूं के कट्टे पड़े हैं. सरकार का निर्णय होगा तो फसल की भरपाई शुरू हो सकेगी. आढ़तियों पर भी काफी बोझ है. सरकार को जल्द से जल्द निर्णय लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि पहले ही फसल खराब हुई है, लेकिन फिर मौसम खराब हुआ तो नुकसान अधिक होगा.

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