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रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए करनाल में आयुष विभाग ने बांटी आयुर्वेदिक दवाएं - करनाल आयुष विभाग

करनाल में लोगों को कोरोना से बचाने के लिए आयुर्वेदिक दवाएं बांटी जा रही हैं. इन दवाओं के प्रयोग सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियां नहीं होती. साथ ही शरीर में रोग प्रतिरोधक छमता बढ़ती है.

ayush department distribute ayurvedic medicines in karnal
आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. सतीश खटकड़

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Published : Jun 8, 2020, 5:19 PM IST

करनाल:इस समय पूरी दुनिया कोरोना वायरस से लड़ रही है. इतना समय हो गया लेकिन अभी तक इसका इलाज संभव नहीं हो पाया है. कोरोना से केवल सावधानी बरत कर और अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर बचा जा सकता है. केंद्रीय आयुष मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार उन्नत आयुर्वेद के साथ अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर कोरोना से बचा जा सकता है.

ऐसे बढ़ेगी रोग प्रतिरोधक क्षमता

आयुष मंत्रालय के दिशा निर्देश के अनुसार रोक प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में हर्बल काढ़ा जो पॉलिफिनॉल्स और फ्लेवोनोइड्स से भरपूर एंटीऑक्सीडेंट रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है और खांसी सर्दी और फ्लू जैसे संक्रमण से बचाता है. इसके अलावा इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुष विभाग की तरफ से संजीवनी वटी और अणु तेल फ्री बांटा जा रहा है. साथ ही पुलिस विभाग, नगर परिषद और पंचायत विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली आयुर्वेदिक दवा की किटी दी जा रही है.

रोग प्रतिरोधक छमता बढ़ाने को करनाल में आयुष विभाग ने बांटी आयुर्वेदिक दवाएं

इस बारे में बात करते हुए करनाल के जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. सतीश खटकड़ ने बताया कि उनके विभाग की ओर से लोगों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाएं बांटी जा रही हैं. करनाल जिले में अब तक 50 हजार लोगों को ये दवाएं दी जा चुकी है. उन्होंने बताया कि संजीवनी वटी नामक गोलियां और अणु नामक तेल के सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.

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साथ ही खटकड़ ने बताया कि हर पैकिंग में संजीवनी की 20 गोलियां और 5 मिलीलीटर तेल शामिल है. आयुष अधिकारी ने बताया कि एक-एक गोली सुबह शाम खाने के बाद गुनगुने पानी से लें. दिनभर गर्म पानी पीते रहें. साथ ही घर रहकर दिन में कम से कम आधे घंटे तक योगा और प्राणायाम करें. हल्दी धनिया जीरा लहसुन खाने में प्रयोग करें. मधुमेह के रोगी च्यवनप्राश प्रयोग करें. दिन में एक या दो बार हल्दी मिलाकर दूध पिएं. हर्बल चाय, तुलसी काढ़ा, दालचीनी, कालीमिर्च, सौंठ और मुनक्का का दिन में कम से कम 2 बार प्रयोग करें. ये उपाय अपनाकर खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित और रोग मुक्त बनाएं.

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