करनालके दो युवक डोंकी वीजा के जरिए थाइलैंड गए हुए हैं. उन युवकों को अब अमेरिका जाना है. जिसके लिए रुपयों की जरूरत है. जिसके लिए थाइलैंड में मौजूद दोनों युवकों के एजेंट ने करनाल के एजेंट से संपर्क किया. थाइलैंड के एजेंट ने करनाल के एजेंट से दोनों युवकों को अमेरिका ले जाने के लिए 45 लाख रुपये की मांग की. जिसके बाद करनाल के एजेंट ने दोनों युवकों के परिजनों से 45 लाख रुपये लिए और थाइलैंड में मौजूद एजेंट को बता दिया कि रुपयों का बंदोबस्त हो गया है. इसके बाद थाइलैंड में मौजूद एजेंट ने करनाल के एजेंट से कहा कि वो ये देखना चाहता है कि सच में रुपयों का इंताजम हुआ है या नहीं.
थाइलैंड में मौजूद एजेंट ने करनाल में मौजूद एजेंट को कहा कि उसके 4 लोग ये देखने के लिए आएंगे कि रुपयों का इंताजम सच में हुआ है या नहीं, जिसके बाद दोनों युवकों को अमेरिका भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. तय समय और जगह के मुताबिक करनाल आ एजेंट युवकों के परिजनों के साथ नेशनल हाईवे 44 पर हवेली के पास पहुंचा. जिसके बाद यहां चार लोग कार में आए. नरेश नाम का शख्स उन्हें रुपये दिखाने के लिए कार में बैठ गया. जिसके बाद कार सवार चार युवकों ने नरेश के गन प्वाइंट पर ले लिया और 45 लाख रुपये लूट लिए. इसके बाद आरोपी नरेश को नीलोखेड़ी उतार कर फरार हो गए.
करनाल में डोंकी का काम करने वाले एजेंट ने बताया कि दो युवक राहुल और विनीत को अमेरिका भेजना था. एजेंट ने दो परिवारों से 45 लाख रुपये मंगवाए थे, इसके साथ ही इसमें उसके भी चार लाख रुपए थे. उन्होंने बताया कि थाईलैंड के एजेंट दीप संधू के साथ चार लोग गाड़ी में बैठकर यह देखने आए थे कि हमारे पास 45 लाख रुपए हैं या नहीं है. जब रुपए दिखाने के लिए नरेश बड़ौता गाड़ी में बैठा तो युवकों ने उसे गन पॉइंट पर लेकर धमकाया और 45 लाख रुपए लेकर फरार हो गए. आरोपी नरेश का मोबाइल फोन छीनकर उसे नीलोखेड़ी के पास छोड़ दिया.