करनाल:कोरोना काल में सामने आए कबूतरबाजी के मामले में एसआईटी की ओर से 300 से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं. जबकि 145 आरोपियों को काबू किया गया है. इसके अलावा अभीतक इस मामले में 60 लाख से ज्यादा की रिकवरी की जा चुकी है.
कबूतरबाजी पर नकेल कसने के लिए गठित एसआईटी की इंचार्ज भारती अरोड़ा ने बताया कि इनमें से ज्यादातर ऐसे युवा हैं जो ग्रामीण क्षेत्र से हैं और कम पढ़े लिखे हैं. ऐसे युवा गलत एजेंट्स के चक्कर में फंसकर अपनी जमीन तक बेचकर विदेश जाने के झांसे में आ जाते हैं और विदेश में जाकर भी काफी परेशानी झेलते हैं.
'कबूतरबाजों' पर SIT का शिकंजा उन्होंने बताया कि एसआईटी की ओर से कबूतरबाजी के मामलों में अब तक 60 लाख रुपये से ज्यादा की बरामदगी हो चुकी है, जबकि अन्य मामलों में रिकवरी के प्रयास जारी हैं. सबसे अहम बात ये है कि अब तक 145 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगातार छापेमारी कर रही है.
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गौरतलब है कि कोरोना वायरस की वजह से अमेरिका ने जून महीने में 76 भारतीयों को वापस भेजा था. जिसमें से सबसे ज्यादा हरियाणा के रहने वाले थे, वो भी जो गलत तरीके से अमेरिका गए थे. इस मामले को प्रदेश सरकार ने गंभीरता से लेते हुए स्पेशल इंवेस्टिगेटिंग टीम का गठन किया था और जिसका कार्यभार करनाल रेंज की आईजी भारती अरोड़ा को सौंपा गया है. अब तक एसआईटी के सामने विदेश भेजने के नाम पर ठगी के 310 केस आ चुके हैं. इनमें से 2018-19 के 46 केस हैं, जबकि एसआईटी गठित होने के बाद 264 केस सामने आए हैं.