कैथल: कहते हैं कि अपराधी चाहे कितना भी चालाक क्यों ना हो, एक ना एक दिन आखिर पुलिस के हत्थे चढ़ ही जाता है. ऐसा ही कुछ हुआ है इन दोनों आरोपियों के साथ जो एक अलग किस्म की वारदातों को अंजाम देते थे. पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को करनाल रोड कैथल से गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपी ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं है. लेकिन फिर भी इन्होंने कई पढ़े-लिखों को मात देकर उनसे कई लाखों की ठगी करने की वारदातों को अंजाम दिया है.
कैथल में शातिर चोर: पकड़े गए आरोपी बैंक में भोले भाले लोगों को अपने जाल में फंसाते थे. जो लोग बैंक में अपना कैश जमा कराने आते थे, उनको पहले बातों में लगाते थे. फिर लंबी लाइन का बहाना लगाकर उनको चाय पीने के बहाने बाहर दुकान पर ले जाते थे और बड़ी चालाकी से दोनों आरोपी चाय और कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ डाल उनको बेहोश करके जमा करवाने के लिए लाए पैसों को लेकर रफूचक्कर हो जाते थे.
SP ने दी आरोपियों की जानकारी:यह खेल शातिर अपराधी पिछले कई सालों से खेल रहे थे और पुलिस को चकमा देते रहे थे. लेकिन अब कैथल की सीआईए पुलिस ने इन दोनों शातिर अपराधियों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है. जिसका खुलासा कैथल एसपी मकसूद अहमद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया है. कैथल एसपी मसूद अहमद ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि अब जिस शिकायत के आधार पर पुलिस ने इन आरोपियों को पकड़ा है, उसके शिकायतकर्ता का कहना है की वह करीब 4 साल से आकाश मोटर्स पटियाला रोड चीका में नौकरी करता है.
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम: 13 फरवरी को दोपहर के समय वह एंजेंसी से एक लाख रुपये नकदी चीका एचडीएफसी बैंक में जमा करवाने के लिए बाइक पर गया था. बैंक के अंदर कैश काउंटर पर रुपये जमा करवाने के लिए वो खड़ा हो गया. तो उसके आगे खड़े दो नौजवान लड़कों ने उसे बातों में उलझा लिया और कहा कि लाइन काफी लंबी है चलो बाहर चाय पीकर आते हैं. उसके बाद वे तीनों चाय के खोखे पर चाय पीने चले गए.
चोरों का प्री प्लान: जब चाय पीकर वह वापिस आए तो दोनों लड़कों ने उसको नशीला पदार्थ सुंघा दिया. तो वह बेहोश हो गया जिसके बाद आरोपियों ने उसके एक लाख रुपये लूट लिये. जिसके बाद थाना चीका में मामला दर्ज करवाया गया और इस मामले की जांच कैथल की सीआईए वन टीम को दी गई. एसपी मकसूद अहमद ने जानकारी देते हुए बताया कि पकड़े गए आरोपियों से अब तक की पूछताछ में खुलासा हुआ है, कि योजना के अनुसार आरोपी रवि पहले ही बैंक में मौजूद था.