कैथल:इस समय किसानों की धान की कटाई का समय चल रहा है. मोटा धान लगभग सभी किसानों का खत्म हो चुका है. अब बारीक धान की किस्में अनाज मंडी में आ रही है. ईटीवी भारत की टीम कैथल अनाज मंडी पहुंची और वहां पर किसानों की हालत जानने की कोशिश की. साथ ही ये भी जानने की कोशिश की कि किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल पा रहा है या नहीं, उनके धान को रखने के पुख्ता प्रबंध मंडी प्रशासन की ओर से किए गए हैं या नहीं.
MSP से कम मिल रहे रेट
इस समय बासमती धान मंडी में आ रहा है. ईटीवी भारत की टीम ने किसानों से बात की तो किसानों ने कहा कि किसानों का बारीक धान बिक तो समय पर रहा है, लेकिन उनको फसल का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है. बासमती धान के रेट में 1 हजार रूपये से लेकर 2 हजार रूपये की कमी आई है. इस बार बासमती धान 1121 किस्म लगभग 25 सौ रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक रहा है, जबकि ये ही धान पिछले साल करीब 35 सौ रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक रहा था.
कम दाम पर धान बेचने के लिए मजबूर किसान
किसानों का कहना है कि हमें अपने धान मजबूरी में कम दाम पर बेचने पड़ रहे हैं, किसानों के पास इतने संसाधन नहीं हैं, जिससे कि वो अपनी अगली फसल तैयार कर सकें. मजबूरन औने पौने दामों पर अपनी धान की फसल बेचनी पड़ रही है.