कैथल:कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) रविवार को कैथल की अनाज मंडी में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बढ़ती महंगाई और टैक्स को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि अप्रैल से भारत की जनता पर लादी गई क्रूर, भारी और कमरतोड़ मूल्य वृद्धि ने देश के हर परिवार का बजट बिगाड़ दिया है. महंगाई एक दैनिक कार्यक्रम बन गई है, जिसका जश्न भाजपा और मोदी सरकार द्वारा देश के नागरिकों का उपहास करने के लिए मनाया जा रहा है. अबकी बार जेबकतरी सरकार भाजपा का नया नारा है.
सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार किसान आंदोलन का बदला भारत के किसानों से लेने की कोशिश कर रही है. 50 किलोग्राम के डीएपी खाद के बैग का मूल्य 150 रु. प्रति बैग बढ़ाकर इसे 1200 रु. प्रति बैग से 1350 रु. प्रति बैग तक पहुंचा दिया गया है. भारत के किसान हर साल 1,20,00,000 टन (1.20 लाख करोड़ टन) डीएपी खाद का इस्तेमाल करते हैं. इसलिए डीएपी खाद का मूल्य बढ़ने से देश के किसानों पर 3,600 करोड़ रु. का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.
हरियाणा में कैथल, पेहवा, कुरुक्षेत्र, करनाल जैसी अनेकों मंडियां आज भी धान से अटी पड़ी हैं. खट्टर-दुष्यंत सरकार ने 1अप्रैल से गेहूं खरीद की घोषणा तो कर दी, पर न तो मंडियां खाली हैं, न कोई इंतजाम. मंडी के आढ़तियों और मंडी मजदूरों की रोटी छीन अनाज मंडियों पर ताला लगाने का षडयंत्र अलग से जारी है. पहले FCI द्वारा आधा दर्जन मंडियों को बंद कर धांड स्थित अडानी के साईलो में गेहूं भेजने का फैसला किया. भारी विरोध के बाद वह फैसला तो मजबूरन वापस लेना पड़ा, पर आज तक अनाज मंडी के आढ़तियों को बारदाना नहीं मिला, दुर्भावना साफ है. जब बारदाना ही नहीं होगा, तो खरीद भी नहीं होगी और किसान को गेहूं अडानी के साईलो में बेचनी पड़ेगी. पिछले 13 दिनों में 11 बार पेट्रोल-डीजल के मूल्य में रोज वृद्धि का दैनिक गुड मॉर्निंग गिफ्ट दिया जा रहा है.