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कैथल के सीवन में ग्रामीणों ने की नगर पालिका को भंग करने की मांग, पहले पंचायत व्यस्था से थे परेशान - कैथल जिले में सीवन

कैथल जिले में सीवन और आसपास के गांव के लोगों की मांग को देखते हुए हाल ही हाल में सरकार ने नगर पालिका का दर्जा दिया था. लेकिन ग्रामीणों की ये मांग अब उनकी लिए ही मुसीबत साबित हो रही है. नगर पालिका बहाल होने के साथ ही ग्रामीणों की परेशानी अचानक से बढ़ गई है. अब ग्रामीणों ने एक बार फिर से पंचायत व्यस्था लागू करने की मांग (People demanded restoration of panchayat in Siwan) कर रहे हैं...

SIWAN Panchayat KAITHAL
कैथल के सीवन में ग्रामीणों ने की नगर पालिका को भंग करने की मांग

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Published : Jan 26, 2023, 7:46 PM IST

कैथल: हरियाणा के कैथल के नजदीक बड़ी आबादी वाले गांव सीवन को हाल ही में सरकार ने नगर पालिका का दर्जा दिया था. दरअसल काफी समय से सीवन और आसपास के गांव के लोगों ने सीवन को नगर पालिका का दर्जा देने की मांग की थी. ताकि इस इलाके का विकास हो सके. लेकिन, नगर पालिका का दर्जा मिलने के बाद यहां के लोगों की जीवनशैली बदल गई, जो इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों को रास नहीं आई.

अब इसके विरोध में गांव की पूर्व सरपंच नंबरदार सभी जातियों के प्रधान और मजदूरों के प्रधानों इकट्ठा होकर नगर पालिका को भंग करने की मांग की. इसके साथ ही यहां फिर से पंचायत को बहाल करने की इच्छा जताई. ग्रामीणों का कहना है कि, गांव के लोग खेती और सब्जियों की पैदावार पर ही निर्भर रहते हैं. ज्यादातर गांव के लोग गरीबी रेखा के नीचे हैं और मजदूरी करते हैं.

लोगों का कहना है कि, नगर पालिका की मांग करते हुए ग्रामीणों को शहरीकरण की पूरी जानकारी नहीं थी, जब से नगरपालिका बनी है सभी घरों के टैक्स के नोटिस आ गए हैं. पानी और सीवरेज के बिल आ गए हैं. इतना ही नहीं पहले गांव के बच्चों को सरकारी नौकरी में 5 फीसदी की छूट मिलती थी, वह भी खत्म हो गई है. इसके अलावा गांव में 4500 मनरेगा मजदूर हैं, शहरीकरण होने के कारण उनका रोजगार छिन गया है.

ग्रामीणों का कहना है कि नगर पालिका का दर्जा मिलने का सथ ही कई तरह के टैक्स उनके ऊपर लग गए हैं, जिसके बारे में उन्होंने सोचा तक नहीं था. ऐसे में स्थानीय लोगों ने एकमत होकर मांग की है कि नगर पालिका को जल्द से जल्द भंग करके दोबारा पंचायत को बहाल कर दिया जाए. ग्रामीणों ने कहा कि, हम अपने पंचायती राज में ही खुश हैं.

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