कैथल: जहां पूरे भारतवर्ष में नागरिक संशोधन एक्ट के विरोध में सरकार के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन हो रहे हैं. यहां तक कि नागरिक संशोधन एक्ट के विरोध में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में एनआरसी का विरोध करने वाले छात्रों पर भी लाठीचार्ज जैसी घटनाएं सामने आईं. वहीं जिला कैथल के विधानसभा क्षेत्र गुहला में नागरिक संशोधन एक्ट के समर्थन को लेकर सांसद कुरुक्षेत्र नायब सैनी ने हाथों बैनर लेकर पैदल मार्च निकाला. इस दौरान मीडिया ने बीजेपी कार्यकर्ताओं से जब एनआरसी और सीएए के बारे में पूछा तो वो बातों को गोलमोल घुमाने लग गए. अधिकतर कार्यकर्ताओं को इस कानून के बारे में पता ही नहीं था.
सांसद ने विपक्ष पर साधा निशाना
इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस के दिग्गजों को भी आड़े हाथों लिया और उन पर जमकर निशाना साधा नायब सैनी ने कहा कि विपक्षी पार्टियों द्वारा एक विशेष वर्ग को बहकाया गया है. ये कानून नागरिकता देने के लिए है ना कि किसी की नागरिकता छीनने के लिए. विपक्ष एक विशेष वर्ग को सड़कों पर आने के लिए उकसा रहा है और देश की संपत्ति को जलाने का काम किया जा रहा है. कांग्रेस और सहयोगी दलों ने देश में अस्थिरता का माहौल फैलाने की कोशिश की है.
CAA और NRC पर लोगों को जागरुक करने आए BJP कार्यकर्ता को ही नहीं पता कानून, देखें वीडियो जब मीडिया ने उनसे प्रश्न पूछा कि देश में एनआरसी के तहत कितने लोग भारत की नागरिकता प्राप्त करेंगे? तो उन्होंने बोलते हुए कहा कि करोड़ों लोग इस देश में नागरिकता लेंगे जो धार्मिक आधार पर पीड़ित और प्रताड़ित हैं. वहां की सरकार उन्हें सुरक्षा नहीं दे पाई, ऐसे लोगों को यहां की नागिकता दी जाएगा.
पत्रकारों के सवाल पर गोल-गोल घूमे सांसद
भारत में 130 करोड़ की जनता है और हर रोज रोजगार के लिए नारे लगा रहे हैं, और जो नागरिक संशोधन अधिनियम के तहत भारत में नागरिकता हासिल करेंगे उनको रोजगार कहां से मिलेगा. इस सवाल के जवाब में नायब सिंह सैनी ने कहा कि भारत के नागरिक ही रोजगार के लिए नारे लगा रहे हैं, इस पर सांसद द्वारा गोलमोल करते हुए नजर आए और पत्रकार के सवाल का जवाब नहीं दे पाए.
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इस दौरान नागरिक संशोधन अधिनियम के तहत सवाल पूछा गया कि ये नियम पहले भी है और पहले भी देश में नागरिकता दी जा चुकी है. कई ऐसे पाकिस्तानी कलाकार भी हैं जो भारत की नागरिकता प्राप्त कर चुके हैं. कोई नया कानून लाने की जरूरत क्यों पड़ी? इस पर सांसद कुरुक्षेत्र नायब सैनी विपक्षी दलों की बात करने लगे और सही तरीके से पत्रकार के सवाल का जवाब नहीं दे पाए और कहने लगे कि ये बिल धार्मिक आधार पर पीड़ित लोगों के लिए है, वही जब सांसद के काफिले में एक युवा नागरिकता संशोधन अधिनियम के बारे में लोगों को जागरूक करने में लगा था.
बीजेपी का जागरुकता अभियान
बता दें कि बीजेपी 5 तारीख से 15 जनवरी तक देश के 3 करोड परिवारों को नागरिक संशोधन एक्ट के बारे में अवगत कराएगी, लेकिन देखने वाली बात ये है कि नागरिक संशोधन अधिनियम में पैदल मार्च के दौरान सांसद कुरुक्षेत्र के साथ बहुत कम लोग पैदल मार्च में दिखे सिर्फ कुछ ही लोग इस मार्च में सांसद कुरुक्षेत्र नायब सैनी के साथ दिखे. क्या यह कारण बीजेपी में कार्यकर्ताओं की आपसी फूट का नतीजा तो नहीं?