कैथल में शराब ठेकेदार की हत्या मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. डीएसपी रविंद्र कुमार सांगवान ने बताया कि ढांड के चंडीगढ़ मोहल्ला निवासी प्यारा सिंह नाम के शख्स से उनको शिकायत दी थी. जिसमें प्यारा सिंह ने बताया कि उसका भतीजा सतीश शराब का ठेकेदार है, साथ में वो प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है. साल 2019 में ढांड गांव में शादी समारोह था. जिसमें जाजनपुर निवासी जितेंद्र उर्फ गोगी का झगड़ा ढांड निवासी राहुल के साथ हुआ. इसके बाद राहुल, बलजीत उर्फ काला और रणजीत ने मिलकर जितेंद्र उर्फ गोगी का अपहरण कर लिया.
जितेंद्र उसके भतीजे सतीश के साथ प्रॉपर्टी के कामों में पार्टनर था. इसलिए सतीश इस केस की पैरवी कर रहा था. इस बीच रणजीत और राहुल ने सतीश को कहा था कि वो केस की पैरवी ना करें. जिसपर सतीश ने कहा था कि जितेंद्र उसका प्रॉपर्टी के काम में पार्टनर है, इसलिए वो उसका साथ देगा. इसके बाद रणजीत और राहुल ने सतीश को केस की पैरवी करने से रोकने के साल 2019 की जुलाई में हमला भी किया था, लेकिन तब सतीश गाड़ी में नहीं था. उस वक्त सतीश की कार में ढांड गांव के निवासी राहुल और संदीप थे.
जिसमें रणजीत ने संदीप की बेरहमी से हत्या की थी और राहुल मौका पाकर मौके से फरार हो गया था. इस बारे कुरुक्षेत्र में हत्या का मामला दर्ज हुआ था. प्यारा सिंह की शिकायत अनुसार गांव के संदीप के कत्ल के केस में 18 अप्रैल 2023 को राहुल की कुरुक्षेत्र कोर्ट में गवाही थी. उस दिन राहुल के साथ उसका भतीजा सीता राम उर्फ सतीश भी गया था. जब सतीश राहुल की गवाही दिलवाकर वापस आया तो सामने रणजीत, राहुल और प्रवीन खड़े थे. जिन्होंने कहा कि आज तो सतीश ने राहुल की गवाही करवा दी, लेकिन 18 मई को संदीप के पिता सुरेंद्र की गवाही होनी है.