कैथल: जब से हरियाणा में लॉकडाउन लगा हुआ था, तब से शराब के ठेके सरकार ने बंद किए हुए थे ताकि कोरोना वायरस का संक्रमण ना फैले. क्योंकि शराब के ठेके पर विभिन्न प्रकार के व्यक्ति शराब लेने के लिए आते हैं. जिनकी कोई भी जानकारी नहीं होती थी. अगर कोई भी संक्रमित व्यक्ति एक बार आ जाता है तो उससे हजारों लोग संक्रमित हो सकते हैं.
कहीं ना कहीं सरकार को इसकी वजह से काफी नुकसान हो रहा था. वैसे भी इस वायरस की वजह से प्रदेश और पूरे देश में आर्थिक मंदी आ चुकी है तो सरकार ने यह फैसला लिया कि शराब के ठेके खोले जाएंगे ताकि सरकार को कुछ आमदनी हो सके. हरियाणा सरकार की यह सोच थी कि अगर शराब के ठेके खुले जाएंगे तो कुछ राजस्व में बढ़ोतरी हो सकती है और इसीलिए शराब के रेट भी पहले से ज्यादा बढ़ाए गए.
हालांकि सरकार की यह सोच सही साबित होती नहीं दिखाई दे रही क्योंकि लोग शराब को खरीदने के लिए घरों से बाहर बहुत ही कम संख्या में निकल रहे हैं. ईटीवी भारत की टीम ने कैथल जिले की कई बड़ी शराब की दुकानों का दौरा किया जहां पर एक दो व्यक्ति ही शराब लेने के लिए आए हुए थे. कहीं भी कोई लंबी लाइनें इत्यादि नहीं दिखाई दी.
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