कैथलःअदालत परिसर में वकील बलजीत सिंह मोर और उसके मुंशी पर (Lawyer attacked in Kaithal) क्लाइंट ने ही जानलेवा हमला कर दिया. हमलावर 4 की संख्या में थे, जिनमें से तीन आरोपी घटना के बाद फरार हो गये लेकिन एक को वकीलों ने पकड़ लिया. मारपीट की ये वारदात सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है. घटना के विरोध में वकीलों ने वर्क सस्पेंड किया. पीड़ित वकील बलजीत सिंह मोर ने बताया कि वो जगदेव निवासी डीग नाम के व्यक्ति के केस की पैरवी कर रहा है. जगदेव ने उनसे कहा कि हमने अपना वकील बदल लिया है इसलिए हमारी फीस वापस कर दें. वकील ने कहा मैं केस लड़ रहा हूं तो फिर रुपए वापस क्यों करूं.
पैसा वापस नहीं करने पर क्लाइंट ने चैंबर में घुसकर किया वकील पर हमला
कैथल अदालत परिसर में क्लाइंट ने अपने साथियों के साथ मिल कर एक वकील और उसके मुंशी पर जानलेवा हमला कर दिया. हमले के बाद आरोपी फरार है. गिरफ्तारी की मांग को लेकर वकीलों ने वर्क सस्पेंड रखा. आरोपी वकील का क्लाइंट हैं जो केस के लिए दी गई फीस वापास मांग रहा था.
रुपए वापस न करने से नाराज जगदेव, मनिंदर और संजू तथा मंजीत ने वकील व उनके मुंशी पर जानलेवा हमला कर दिया. वकील का आरोप है कि हमलावरों ने उन्हें गालियां दी और मुंशी को जातिसूचक शब्द कहे. हमलावरों पर मुंशी सुखदेव के जेब से दो हजार रुपए निकालने के आरोप भी लगाए हैं. वकील का कहना है कि गांव सिसला निवासी अमित धनखड़ ने हमलावरों को भेजा था. वकील और उनके मुंशी ने मेडिकल करवाकर घटना की सूचना सिविल लाइन थाने में दी जिसके बाद आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है.
सिविल लाईन थाने में धारा 323, 379-ए, 148, 149, 452, 506 आईपीसी और धारा 3 (2) एससी एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. वकीलों का शिष्टमंडल एसपी मकसूद अहमद से भी मिला और उन्होंने आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है. बार एसोसिएशन के प्रधान रविन्द्र तंवर ने कहा कि वकीलों पर हमला करना निंदनीय है. एसपी मकसूद अहमद ने आश्वासन दिया है कि हमलावरों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.