कैथल:जिले के एलआईसी कार्यालय के बाहर आज कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की. कर्मचारियों का कहना है कि एलआईसी द्वारा 10 परसेंट शेयर बेचा गया है जिसको लेकर अभी कंफ्यूजन है.
कर्मचारी अस्मंजस में हैं कि यह आखिर एलआईसी से 5% प्रॉफिट जो गवर्नमेंट ऑफ इंडिया लेती थी, उसका 10 परसेंट यानि 42 लाख करोड़ रुपया एलआईसी सेंटर गवर्नमेंट को दिया. वहीं 10 परसेंट शेयर मार्केट में बेच रही है, कोई ये कह रहा है कि एलआईसी 10 प्रजेंट इसका शेयर बेच रही है. जिसे लेकर कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया है.
LIC के शेयर बेचने पर कैथल के कर्मचारी कंफ्यूज! देखिए रिपोर्ट एलआईसी की जो पॉलिसी परिवर्तन हुई है उसके बारे में अभी तक किसी कर्मचारी को कोई जानकारी नहीं है. पहले पॉलिसी में 7 से 10 गुना दिया जाता था अब दस की बजाय 7 गुना आएगा, इससे एलआईसी को प्रॉफिट बढ़ेगा. कर्मचारियों की मांग है कि एलआईसी को ऐसे ही रखा जाए जैसे पहले थी. अगर सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी तो सभी एलआईसी एजेंट पूरे भारतवर्ष में काम छोड़कर घर बैठ जाएंगे और एलआईसी का सहयोग नहीं करेंगे.
घोषणा क्या हुई है ?
आपको बता दें कि सरकारी कंपनी जीवन बीमा निगम (एलआईसी) में सरकार अपनी हिस्सेदारी बेचना चाहती है. इसके लिए सीधे आईपीओ लाने की बात कही गई है. इसका मतलब है कि एलआईसी के शेयरों की बिक्री की जाएगी. ऐसे में इस सरकारी बीमा कंपनी में आम शेयरधारकों की भी हिस्सेदारी हो जाएगी.
इससे क्या फर्क पड़ेगा ?
वहीं विशेषज्ञयों का कहना है कि इस बदलाव से पॉलिसी लेने वालों को फायदा होगा. जब आईपीओ आएगा तो जनता का पैसा उसमें लगेगा. इससे कंपनी का फंड बढ़ेगा. एलआईसी का दायरा और ग्रोथ भी बढ़ेगी. जो पहले से ली गई पॉलिसी हैं, उनमें कोई बदलाव नहीं होगा.