कैथल: निजी बस चलाने के विरोध में हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने 2 घंटे का सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान कैथल में रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार को संकेत दिया है कि वो किसी भी हालत में प्राइवेट बसों को नहीं चलने देंगे. कर्मचारियों ने वर्कशॉप के गेट पर बसों को रोककर जमकर नारेबाजी की और सरकार को कर्मचारी विरोधी बताया.
किलोमीटर स्कीम के विरोध में सड़क पर उतरे रोडवेज कर्मचारी बता दें कि कैथल समेत पूरे हरियाणा में तालमेल कमेटी के बैनर तले रोडवेज कर्मियों की ओर से दो घंटे का सांकेतिक धरना देकर किलोमीटर स्कीम के तहत दोबारा से 66 बसें रोडवेज बेड़े में शामिल करने का विरोध किया गया.
कर्मकारियों ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
तालमेल कमेटी के राज्य प्रधान पहल सिंह तंवर ने बताया की सरकार ने धांधली के चलते 510 किलोमीटर स्कीम के तहत आने वाली बसों के परमिट समझौता रद्द किए थे, लेकिन अब किलोमीटर स्कीम की उन्हीं 190 बसों में से 66 बसों को दोबारा रोडवेज के बेड़े में शामिल करने का फैसला लिया गया है. सरकार के इस फैसले का कर्मचारी विरोध करते हैं.
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निजीकरण नहीं होगा बर्दाश्त- कर्मचारी नेता
वहीं हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी नेताओं का कहना है कि वो किसी भी सूरत में प्राइवेट बसों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और इसके खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा. कर्मचारी नेताओं का कहना है कि अगर बेड़े में प्राइवेट बसें शामिल हुई तो इससे सबसे ज्यादा प्रभावित रोडवेज कर्मचारी होगा.