कैथल: दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन एक महीने को पार कर गया है. किसान कृषि कानून रद्द करवाने की मांग को लेकर अड़े हुए है. किसानों के आंदोलन को सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है. किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए इन कानूनों को लेकर आ रही है.
इसके बाद किसानों ने अंबानी और अडानी का विरोध करना भी शुरू कर दिया है. किसानों ने कैथल के रिलायंस पेट्रोल पंर के बाहर धरना दिया. इस दौरान किसानों के साथ मजदूर और कर्मचारी भी मौजूद रहे और रिलायंस पेट्रोल पंप से तेल नहीं बिकने दिया.
कैथल में रिलायंस पेट्रोल पंप के बाहर किसानों ने दिया धरना, नहीं बिकने दिया तेल प्रदर्शनकारियो ने सरकार विरोधी नारों के साथ- साथ अम्बानी-अडानी विरोधी नारे भी लगाए. उनका कहना है कि केंद्र सरकार पूरे देश की महत्वपूर्ण सम्पत्ति के साथ साथ किसानो की जमींन भी इन पूंजीपतियों को बेचना चाहती है. प्रदर्शनकारी जो भी लोग पेट्रोल या डीजल लेने के लिए पेट्रोल पंप आ रहे हैं उनसे रिलायंस पेट्रोल पंप से तेल न लेने की अपील कर रहे हैं.
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इससे रिलायंस पेट्रोल पंप पर कर्मचारी खाली नजर आए गया है. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा है कि जब तक केंद्र सरकार 3 कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी. तब तक इस तरह के धरना प्रदर्शन चलते रहेंगे. इस तरह के प्रदर्शन से रिलायंस पेट्रोल पंपों को काफी नुकसान हो रहा है.