कैथल: हरियाणा के कैथल में एक ऐसी घटना के बारे में पुलिस को फोन कर जानकारी दी गई जो झूठ पर आधारित थी. पूरा माजरा यह है कि पुलिस को डायल 112 से एक कॉल आया. फोन कॉल को सुनते ही पुलिस के होश उड़ गए. सूचना देने वाले ने अपने को पीड़ित बताया. उसने बताया कि दो राहगीरों ने बंदूक के बल पर 1 लाख 70 हजार रुपए की लूट लिये हैं. फोन करने वाले ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को बताया कि जब वह चंडीगढ़-हिसार राष्ट्रीय मार्ग चंदाना रोड टी प्वाइंट पर पहुंचा तो मोटर साइकिल पर सवार दो लोगों ने उसके साथ लूट की और वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए है.
इस फोन के आधार पर जब पुलिस ने पड़ताल की तो कहानी कुछ और निकली. फोन कॉल आते ही कलायत थाना प्रभारी बलदेव सिंह और उनके साथ CIA-1 और CIA-2 सहित तमाम पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे. घटना की सूचना के बारे में सीमांत राज्य पंजाब के साथ-साथ अन्य इलाकों में भी तैनात पुलिस के जवानों को जानकारी देकर चौकन्ना कर दिया गया जिससे अपराधी बचकर न निकल पाए. कुछ ही समय में पूरे इलाके को जिला पुलिस कप्तान मकसूद अहमद के निर्देश पर सील कर दिया गया.
डायल 112 पर आधी रात में लूट की खबर देने वाला गिरफ्तार, जानिए क्या है मामला लूट की सूचना मिलते ही पुलिस ने दी दबिश: बंदूक के बल पर लूट की घटना की पड़ताल करते हुए पुलिस ने सूचना देने वाले से पूरी घटना की जानकारी हासिल की. इसके तहत कथित लूट में शामिल बताए जा रहे मोटर साइकिल सवारों को तलाश के लिए कई जगह पर दबिश दी गई. आरोपी की तलाश कर रही पुलिस आखिरकार मोटर साइकिल सवार युवकों के घर तक पहुंच गई. जब पड़ताल शुरू की गई तो सिलसिलेवार रहस्य से पर्दा उठता चला गया और पूरी वारदात ही फर्जी निकली. पूछताछ में खुलासा हुआ कि सूचना देने वाले व्यक्ति की मोटर साइकिल सवारों से केवल साइड को लेकर मामूली कहासुनी हुई थी.
सबक सिखाने के मकसद से किया पुलिस को फोन:सूचना देने वाले युवक पर जब पुलिस ने सख्ती बरती तो उसने पूरा मामला बताया. उसने बताया कि वह जब घर लौट रहा था तो उस दौरान चंदाना रोड पर मोटर साइकिल सवारों के साथ गाड़ी को साइड देने को लेकर कहासुनी हो गई. वह उनको सबक सिखाना चाहता था. मामूली कहासुनी के करीब डेढ़ घंटे बाद उसने डायल 112 पर फोन घुमाया.
पुलिस ने की कार्रवाई:कलायत के डीएसपी सज्जन सिंह ने बताया पुलिस को झूठी सूचना देने के आरोप में कैलरम के रहने वाले चांदीराम के खिलाफ 182 के तहत कार्रवाई की गई है. चांदीराम ने पुलिस को झूठी सूचना दी थी. भारतीय दंड संहिता की इस धारा के तहत यदि अपराध सिद्ध हो जाता है तो न्यायिक प्रक्रिया के अनुसार 6 माह का कारावास या 1 हजार रुपए के अर्थदंड का प्रावधान है.