कैथल:प्रदेशभर में लॉकडाउन के दौरान प्रशासन की ओर से प्रवासी मजदूरों को हर संभव मदद दी जा रही है. ताकि प्रवासी मजदूरों के पलायन को रोका जा सके. वहीं कैथल में प्रवासी मजदूरों को प्रशासन की सहायता से शेल्टर होम ठहराया जा रखा है. जहां पर इन्हें सभी सुविधाएं दी जा रहीं हैं. लेकिन इसके बावजूद भी प्रवासी मजदूरों को अपने – अपने गांव जाने चिंता सता रही है. वो अपने गांव जाने के लिए आतुर दिखाई दे रहें हैं.
लॉकडाउन: कैथल में प्रवासी मजदूरों के दर्द से रूबरू हुआ ईटीवी भारत, समझिए इनका दर्द - latest lockdown news kaithal
कैथल में ईटीवी भारत ने प्रवासी मजदूरों के दर्द से रूबरू होने की कोशिश की. प्रवासी मजदूरों ने कैमरे के सामने अपना दर्द बयां किया. ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रवासी मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान शेल्टर होम में उन्हें अपने बच्चों और परिवार की चिंता सोने नही देती. पता नही किस हाल में होंगे परिवार के सदस्य.
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लॉकडाउन: कैथल में प्रवासी मजदूरों के दर्द से रूबरू हुआ ईटीवी भारत
प्रवासी मजदूरों में कुछ किसान भी हैं. जिन्होंने अपने खेतों में फसल लगाई हुई है. उन्हें फसल की कटाई को लेकर हर टाइम चिंता रहती है.वो लॉकडाउन समाप्त होने का इंतजार कर रहे हैं. ताकि घर जाकर अपनी फसल की कटाई कर सकें. प्रवासी मजदूरों का कहना है कि अगले एक-दो हफ्ते में घर नही गए तो उनकी फसल खराब होने लगेगी. उनका कहना है कि खेतों में जो भी अन्न होता वो खराब हो जाएगा.
लॉकडाउन: कैथल में प्रवासी मजदूरों के दर्द से रूबरू हुआ ईटीवी भारत