कैथल: बिजली चोरी करने वालों पर कार्रवाई करने (ectricity theft in Kaithal) क्योडक गई बिजली विभाग की टीम को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा और उनका घेराव कर लिया. विरोध को देख कर कई कर्मचारी तो भाग गए लेकिन 2 को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. कश्यप बस्ती में जब बिजली विभाग के कर्मचारी जांच कर रहे थे तो बस्ती की महिलाओं ने विरोध (protest against electricity employees in kiathal) करना शुरु कर दिया. महिलाओं का आरोप है कि बिजली विभाग के कर्मचारी रात को उनके घरों में घुस गए जिसके कारण सब घबरा गए.
बिजली चोरी पकड़ने गए कर्मचारियों को ग्रामीणों ने घेरा, किया विरोध
म्हारा गांव जगमग गांव योजना में शामिल क्योडक गांव में बिजली चोरी की शिकायत मिलने पर पहुंची बिजली विभाग की टीम का ग्रामीणों ने विरोध कर घेराव कर लिया. विरोध को देख कर कई कर्मचारी तो भाग गए लेकिन 2 को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया.
छापमारी से नाराज ग्रामीणों ने बिजली विभाग के एक ड्राइवर और एक फोरमैन को ग्रामीणों ने बंधक (Electricity worker hostage in Kaithal) बना लिया. मामले की सूचना मिलते ही विभाग के एसडीओ भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने कहा की कार्रवाई दिन में हुई है. एसडीओ प्रिंस बुरा ने कहा कि बिजली विभाग की 2 टीमें चोरी की शिकायत मिलने के बाद जांच के लिए कश्यप बस्ती में गई थी. वो बिजली मीटर की जांच कर रही थी जिसकी वीडियोग्राफी भी करवाई गई है. उन्होंंने कहा कि वो मामला की जांच और वीडियो ग्राफी को देख कर कार्रवाई करेंंगे.
एसडीओ के जांच के आश्वासन के बाद भी ग्रामीण बिजली विभाग के एक्सईएन के गांव में आकर माफी मांगने की मांग पर अड़े रहे. पुलिस चौंकी इंचार्ज महिपाल सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों से बातचीत की. उन्होंने ग्रामीणों को समझा कर शांत किया. कहा कि किसी भी कर्मचारी को बंधक नही बनाया गया है और अभी तक किसी ने मामले की शिकायत भी नही मिली है. बता दें कि क्योडक गांव मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गोद ले रखा है और म्हारा गांव जगमग गांव योजना (Mhara Gaon Jagmag Gaon Yojana Haryana) में शामिल है..